केजरीवाल पर भड़के अनुपम खेर, कहा गंवार और अनपढ़ से गया गुजरा
विवादित फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर चर्चा में बने हुए अनुपम खेर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा है।
केजरीवाल पर भड़कते हुए अनुपम खेर ने उन्हें अनपढ़, जाहिल और गंवार लोगों से भी गया गुजरा बताते हुए कहा कि एक पढ़ा लिखा आदमी ऐसी बात कैसे कर सकता है। कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर बनी द कश्मीर फाइल्स पर इन दिनों जमकर विवाद हो रहा है। अनुपम खेर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान पर पलटवार किया जिसमें अरविंद केजरीवाल ने इस फिल्म पर हो रही राजनीति पर सत्तापक्ष को जमकर निशाने पर लिया था।
केजरीवाल ने कहा था कि कश्मीरी पंडितों के नाम पर करोड़ों रुपए कमाए जा रहे हैं। सबको यह फिल्म दिखानी है तो डायरेक्टर से बोलो कि वह इसे यूट्यूब पर डाल दे। सब फ्री में देख लेना लेंगे। इस बयान के बाद केजरीवाल मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं। वहीं कश्मीर फाइल्स में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अनुपम खेर ने पलटवार करते हुए इस बयान को निंदनीय बताया है।
केजरीवाल के बयान को निंदनीय और अशोभनीय बताते हुए अनुपम खेर ने कहा कि द कश्मीर फाइल्स में ना कोई गाना है और ना ही कोई लोकेशन, यह दर्द भरी सच्ची कहानी है जिससे आम जनता तक पहुंचाने में 32 साल लग गए। मुझे नहीं लगता कि केजरीवाल को इस पर इस तरह की बयानबाजी करना चाहिए। यह असंवेदनशील है।
अनुपम खेर ने कहा कि वह एक त्रासदी थी जिसमें कश्मीरी पंडितों को ऐसे हालातों का सामना करना पड़ा जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते। वह आज तक न्याय के लिए भटक रहे हैं और इस पर उनका ऐसा बयान जख्मों पर नमक छिड़कने के समान है। अनुपम खेर ने केजरीवाल को निशाने पर लेते हुए कहा कि किसी सामान्य व्यक्ति को भी ऐसी बात नहीं करनी चाहिए, वह तो मुख्यमंत्री हैं और इतने एजुकेटेड हैं। एक अनपढ़ गंवार आदमी भी ऐसी बात नहीं करता है। आप किस तरह से इसे प्रोपेगेंडा बोल सकते हैं ? क्या आपने फिल्म देखी है ? मुझे पता है कि इस बयान के बाद मुझे ट्रोल किया जाएगा लेकिन मुझे इससे कोई डर नहीं लगता है।
एक मीडिया समूह को इंटरव्यू दे रहे अनुपम खेर ने कहा कि मैं शुरू से ही राष्ट्रवादी रहा हूं। भाजपा के सत्ता में आने से पहले भी मैं ऐसे ही देशहित की बात करता रहा हूं। जो भी अच्छा काम करता है मैं उसकी तारीफ करता हूं। अच्छे काम की तारीफ करना भाजपा की भक्ती कैसे हो सकती है ? मैं हमेशा से ही सही के पक्ष में रहा हूं।
अनुपम खेर ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह आते हैं और अपने भाषण में सरकार की कमियां गिना कर निंदा करते हैं। अगर इसके बजाय वह यह बताएं कि आने वाले 5 सालों में देश किस प्रकार विकास कर सकता है तो शायद उनके पक्ष में नतीजे कुछ अलग नजर आएं, लेकिन सिर्फ दूसरों की कमियां निकालना यह तो सही बात नहीं है।