नीतीश कुमार ने जिन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाया अमित शाह ने उसकी चप्पल उतरवा दी: जेडीयू
जेडीयू ने जीतन राम मांझी की गृहमंत्री अमित शाह के साथ नंगे पैर मुलाक़ात पर हमला करते हुए कटाक्ष किया कि, नीतीश कुमार ने जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाया था, गृहमंत्री अमित शाह जी ने उनकी चप्पल उतरवा दी। रत्नेश सदा कहते हैं कि जीतन राम मांझी निजी स्वार्थ के लिए कुछ भी कर सकते हैं, चिराग पासवान, मुकेश सहनी आदि भी बीजेपी के साथ जा रहे हैं, लेकिन दलित समाज के वोटर कभी उनके साथ कभी नहीं जायेंगे।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने कुछ दिन पहले नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद नीतीश कैबिनेट में शामिल रत्नेश सदा ने जीतन राम मांझी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एक तरफ नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया और दूसरी तरफ बीजेपी उनके जूते उतरवा रही है।
दरअसल, रत्नेश सदा का यह बयान जीतन राम मांझी की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात को लेकर सामने आया है. रत्नीश सादा ने कहा कि जब पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अमित शाह से मिलने गए तो उनके पैरों में चप्पल नहीं थी। रत्नेश सदा ने कहा जिस व्यक्ति को चप्पल पहनकर प्रवेश नहीं करने दिया गया, उसका भाजपा सम्मान कैसे करेगी?
रत्नेश ने यह भी कहा कि दलित विरोधी नीतीश कुमार हैं या बीजेपी? नीतीश कुमार ने अपनी सीट छोड़ दी और जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बना दिया। वहीं, जब मांझी अमित शाह से मिलने पहुंचे तो उन्होंने उनकी चप्पलें उतरवा दीं । उन्होंने मांझी समाज को बदनाम किया है।
रत्नेश सदा का कहना है कि जीतन राम मांझी निजी स्वार्थ के लिए कुछ भी कर सकते हैं उन्होंने चिराग पासवान और मुकेश सहनी पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान और मुकेश आदि भी बीजेपी के साथ जा रहे हैं, लेकिन दलित समाज के वोटर कभी उनके साथ नहीं जायेंगे।