मणिपुर हिंसा की न्यायिक आयोग के साथ साथ CBI की टीम भी करेगी जांच: शाह
एक महीने से ज़्यादा का समय हो गया है, मणिपुर में अभी तक शांति क़ायम नहीं हो सकी है। दो दिन पहले कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाक़ात कर मणिपुर हिंसा को रोकने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की थी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इन दिनों मणिपुर दौरे पर हैं, मणिपुर में शांति क़ायम करने और दोषियों पर कार्यवाई के लिए उन्होंने राज्य सरकार और अधिकारियों के साथ मीटिंग भी की थी, जिसमें भाजपा के तेज़ तर्रार प्रवक्ता संबित पात्रा भी मौजूद थे, हालांकि कांग्रेस ने इस पर सवाल भी उठाया था कि अधिकारियों के साथ मीटिंग में भाजपा प्रवक्ता का क्या काम था ?
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अमित शाह ने एलान किया कि मणिपुर हिंसा की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया जाएगा। साथ ही सीबीआई द्वारा भी हिंसा की छह घटनाओं की जांच की जाएगी। गृहमंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच होगी।
इसके साथ ही गृहमंत्री अमित शाह ने पीड़ितों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा देने का एलान किया, जिनमें से 5 लाख केंद्र सरकार और पांच लाख राज्य सरकार द्वारा दिए जाएंगे। गृहमंत्री ने लोगों से अपील की, कि जिनके पास हथियार हैं, वो हथियार पुलिस के पास जमा कर दें।
गृह मंत्री ने कहा कि कल से पुलिस कॉम्बिंग करेगी और कॉम्बिंग के दौरान जिन लोगों के पास हथियार मिलेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य में शांति बहाली के लिए राज्यपाल की अध्यक्षता में एक शांति समिति का भी गठन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न नागरिक संगठनों के लोगों को भी शामिल किया जाएगा।
मणिपुर हिंसा में अब तक सैकड़ों लोग बेघर हो चुके हैं। बहुत से घर आग के हवाले कर दिए गए हैं, वहां होने वाले जानी माली नुक़सान का अभी तक कोई सही ब्योरा नहीं आ सका है। केंद्र सरकार वहां शांति क़ायम करने के प्रयास में लगी हुई है, इसी क्रम में गृहमंत्री अमित शाह अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।