7 हजार लोग ग़ज़्ज़ा में मारे जा चुके हैं, आख़िर कब जागेगी इंसानियत? : प्रियंका गाँधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी इज़रायल-हमास युद्ध पर एक्स पर पोस्ट किया, “गाजा में 7,000 लोगों की हत्या के बाद भी रक्तपात और हिंसा का सिलसिला नहीं रुका। इन 7,000 लोगों में से 3,000 मासूम बच्चे थे।” इजराइल-हमास युद्ध में गाजा में करीब 7 हजार लोगों के मारे जाने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई अंतरराष्ट्रीय कानून नहीं है जिसका ‘उल्लंघन’ नहीं किया गया हो और पूछा कि ‘मानवता कब जागेगी?
प्रियंका गांधी ने पूछा, “इंसानियत कब जागेगी? इतने सारे लोगों की जान गंवाने के बाद। इतने सारे बच्चों की बलि चढ़ाने के बाद। क्या इंसान होने की चेतना बची है? क्या यह कभी अस्तित्व में थी?” प्रियंका गांधी की यह टिप्पणी इजराइल हमास युद्ध में गाजा में मारे गए 7,000 लोगों के नाम जारी करने के एक दिन बाद आई है। 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला कया था। हमले में करीब 1,400 लोग मारे गए थे।
हमास के हमले के बाद इजरायल ने जंग का ऐलान किया था। 21 दिन से जंग जारी है। हमास के हमले के बाद से गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इजरायल की जवाबी बमबारी में 7 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इनमें 3 हजार बच्चे शामिल हैं।
बता दें कि ग़ज़्ज़ा में इज़रायल की बमबारी से लाशों के ढेर पड़े हैं। इज़रायल द्वारा बिजली, पानी, और ईंधन की सप्लाई रोके जाने से लोग भूखे मर रहे हैं। अस्पताल में मरीज़ों का उपचार बंद हो चुका है। वैसे तो इज़रायल हमेशा फ़िलिस्तीनियों पर हमले करता है लेकिन इस बार ग़ज़्ज़ा की सरहदों को तोड़ते हुए अपने लड़ाकों को इजरायल में भेज दिया है। इजरायल-हमास युद्ध में भारत ने दोनों ही पक्षों को शांति बनाने की अपील की है, ताकि आम लोगों की हो रही मौत रोकी जा सके।
संयुक्त राष्ट्र में भारत ने हाल ही में कहा कि वह जंग में मारे जा रहे आम नागरिकों को लेकर चिंतित है। उसने ये भी कहा कि वह बढ़ रहे मानवीय संकट को लेकर भी उतना ही चिंतित है। भारत ने सभी पक्षों से शांति बनाने की अपील करते हुए बातचीत शुरू करने का आग्रह किया है। भारत ने गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के लिए मदद भी भेजी है।