देश की जनता के सवालों का जवाब देना सरकार की ड्यूटी है: प्रियंका गांधी, भारत में Covid-19 के नए मामले भले ही कम हो रहे हों लेकिन मरने वालों की संख्या अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है।
और यह संख्या अस्पतालों में सरकार की व्यवस्था पर देश सवाल ज़रूर खड़े कर रही है, क्योंकि अभी भी अस्पतालों से दुखी ख़बरों का बड़ी मात्रा में आना जारी है।
कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेता लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर जनता के सवालों को सरकार के समक्ष रख रहे हैं लेकिन सरकार है जो किसी सवाल का जवाब देने को तैयार नहीं है।
सवाल चाहे ऑक्सीजन को लेकर हों या वेंटिलेटर को लेकर, डेली Covid-19 टेस्टिंग के आंकड़े को लेकर हो या वैक्सीन के उत्पादन और वैक्सीनेशन की रफ़्तार को लेकर, मरने वालों की तादाद को लेकर हो या उनके अंतिम संस्कार को लेकर, श्मशान क़ब्रिस्तान के बाहर लगी लाइनों को लेकर हो या गंगा नदी में तैरती लाशों और किनारे पर दफ़्न की गई लाशों को लेकर!!! किसी एक सवाल का उत्तर सरकार के पास से अभी तक नहीं आया है।
तो ज़ाहिर है सरकार की ऐसी लापरवाही में विपक्षी दलों के तीखे सवालों का सिलसिला और तेज़ हो जाता है, यही वजह है रोज़ाना कांग्रेस के दिग्गज नेता जनता के सवालों द्वारा सरकार को इस उम्मीद से घेरते हैं कि शायद किसी सवाल का जवाब मिल जाए और जनता का भला हो सके।
इसी कोशिश को जारी रखते हुए आज फिर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश की जनता के सवालों के जवाब देना सरकार की ड्यूटी है ।
The Government of India owes the people of India answers.
देश की जनता के सवालों का जवाब देना सरकार की ड्यूटी है।
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 27, 2021