दलित होने के कारण खड़गे को डिनर में नहीं बुलाया गया: कांग्रेस

दलित होने के कारण खड़गे को डिनर में नहीं बुलाया गया: कांग्रेस

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित जी-20 डिनर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को नहीं बुलाया गया है। उन्हें इसमें नहीं बुलाने पर तमिलनाडु कांग्रेस के एक नेता मोहन कुमारमंगलम ने केंद्र सरकार की आलोचना की है।

कुमारमंगलम ने कहा है कि “मोदी है तो मनु है”। उन्होंने कहा है कि खरगे को इसलिए नहीं बुलाया गया , क्योंकि वे दलित हैं। उनके इस बयान के साथ ही कांग्रेस पार्टी ने सरकार के इस कदम को दलित विरोधी बताया है। माना जा रहा आने वाले दिनों में कांग्रेस इस घटना को दलितों के अपमान से जोड़ कर उठाएगी।

मोहन कुमारमंगलम कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महर्षि मनु की विरासत को थामे हुए हैं। ऐसे कई आयोजनों में निचली जाति के नेताओं को नहीं बुलाया गया है।

उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के भूमिपूजन में आमंत्रित नहीं किया गया था। वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भी नई संसद के उद्घाटन समारोह में नहीं बुलाया गया था।

इंडिया टुडे वेबसाइट की एक रिपोर्ट के मुताबिक तमिलनाडु कांग्रेस के मोहन कुमारमंगलम ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी प्राचीन हिंदू ऋषि महर्षि मनु की विरासत को कायम रख रहे हैं। जिन्होंने मनुस्मृति लिखी थी, जिसे अक्सर ‘हिंदू आचरण के लिए मार्गदर्शक’ के रूप में वर्णित किया जाता है। जाति-आधारित भेदभाव को बढ़ावा देने के लिए कई विद्वानों द्वारा इसकी आलोचना की गई है।

कांग्रेस नेता कुमारमंगलम ने कई उदाहरणों का हवाला दिया जहां पिछड़े वर्ग के नेताओं को महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में आमंत्रित नहीं किया गया।

खड़गे के कार्यालय ने कहा है कि उन्हें शनिवार को राष्ट्रपति द्वारा आयोजित जी – 20 रात्रिभोज में आमंत्रित नहीं किया गया है। हालांकि, खबरों के मुताबिक किसी अन्य राजनीतिक दल के राजनेता को भी इसमें आमंत्रित नहीं किया गया है।

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