किसान आंदोलन हिंसक हुआ , बॉर्डर पर पुलिस ने चलाई लाठियां

पिछले 36 दिनों से भी अधिक समय से जानलेवा सर्दी में केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के चरों ओर डेरा डाले किसान आंदोलन अभी तक बहुत ही शांतिपूर्ण रूप से जारी है लेकिन इस बीच राजस्थान और हरियाणा बॉर्डर पर आज किसान आंदोलन हिंसक झड़प में बदल गया। मिली जानकारी के मुताबिक, बॉर्डर पर जिले के शाहजहांपुर में जारी किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे श्रीगंगानगर से आये युवाओं ने हरियाणा पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया और जबरन सैकड़ों ट्रेक्टर और ट्रॉलियों को हरियाणा बॉर्डर में लेते गए।

पुलिस और किसानों के बीच झड़प

आंदोलन में शामिल युवाओं के हिंसक होने से हरियाणा पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद आंदोलनकारियों को काबू में करने के लिए हरियाणा पुलिस को किसानों पर लाठीचार्ज करना पड़ा। लाठीचार्ज के चलते कई किसान घायल हो गए। इसके अलावा तीन दर्जन से भी ज्यादा किसानों को पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया है।

युवाओं ने तैयार की रणनीति

जानकारी के मुताबिक, शांतिपूर्ण जारी किसान आंदोलन के दौरान आज कुछ युवाओं ने एकजुट होकर एक योजना तैयार की। इस योजना के तहत उन्होंने हरियाणा बॉर्डर पर लगे बैरिकेड्स को तोड़ दिया और जबरन सैकड़ों ट्रेक्टर और ट्रॉलियों को हरियाणा की सीमा में प्रवेश करा दिया। इसके बाद जब पुलिस ने ट्रैक्टरों को रोकने की कोशिश की तो किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई।

40 किसानों को लिया गया हिरासत में

बाद में स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इससे राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर अफरा तफरी मच गई। इसके बाद राजस्थान और हरियाणा पुलिस प्रशासन ने समझा बुझाकर मामला शांत कराया। फिर किसान नेताओं ने भी शांति बनाये रखने की अपील की। फिलहाल बातचीत का दौर चल रहा है। बता दें कि बैरिकेड्स तोड़ने और राजकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में करीब तीस से चालीस किसानों को हिरासत में ले लिया है।

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