कर्नाटक को नफरत की प्रयोगशाला नहीं बनने देंगे : राहुल गांधी
देश को भाजपा के भ्रष्टाचार से बचाने के लिए राहुल गांधी ने संकल्प लेने के साथ नारा भी दिया। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा कितने वोटरों को जोड़ेगी यह तो समय बताएगा, लेकिन भारत जोड़ो यात्रा में जिस तरह से भीड़ इकत्रित हो रही है उसने कांग्रेस में नयी जान डालने के साथ भारतीय जनता पार्टी के अंदर भी खलबली मचा कर रख दी है।
भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गाँधी की लोकप्रियता जिस तरह से बढ़ी है उसको देखते हुए गोदी मीडिया में भी बेचैनी साफ़ झलक रही है। इस यात्रा में शामिल होने वालों की तादाद लगातार बढ़ रही है जिसको देखते हुए राहुल गाँधी भी काफ़ी उत्साहित नज़र आ रहे हैं।
रविवार को तेलंगाना में भारत जोड़ो यात्रा के प्रवेश करने से पहले कर्नाटक में एक भीड़ को संबोधित करते हुए, राहुल गांधी ने राज्य को “भाजपा के लिए नफरत की प्रयोगशाला” नहीं बनने देने की कसम खाई। उन्होंने कर्नाटक को भगवा पार्टी के भ्रष्टाचार से बचाने का नारा भी दिया।
कर्नाटक को शांति स्थल बताते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”कांग्रेस पार्टी शांति के इस पालने को भाजपा की नफरत और द्वेष की प्रयोगशाला नहीं बनने देगी.” और राज्य के लोगों की मोहब्बत और स्थानीय कांग्रेस नेताओं के परिश्रम के सहारे कर्नाटक में वह दिन निश्चित रूप से आएगा जब हम प्यार, शांति और सांप्रदायिक सद्भाव के आधार पर कर्नाटक की असली ताकत का एहसास करेंगे। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा को दिए गए अपार समर्थन के लिए जनता का धन्यवाद अदा दिया।
भारत जोड़ो यात्रा ने रविवार को कर्नाटक में अपनी यात्रा पूरी की और तेलंगाना में प्रवेश किया जहां दिवाली के मद्देनजर इसे 3 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। केरल से शुरू हुई राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को अब तक अभूतपूर्व समर्थन मिला है. इस बीच वह लगातार आरएसएस और बीजेपी की नफरत की राजनीति पर निशाना साध रहे हैं।
कांग्रेस नेता के मुताबिक भारत जोड़ो यात्रा आरएसएस और बीजेपी द्वारा फैलाई गई नफरत और हिंसा के खिलाफ है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत को गरीब और अमीर भारत में विभाजित किया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि “हमें दो भारत नहीं चाहिए, हम एक ऐसा भारत चाहते हैं जिसमें सभी को न्याय और रोजगार मिले और देश का विकास हो !