Who की चेतावनी, एशिया में तबाही मचाएगा कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट

Who की चेतावनी, एशिया में तबाही मचाएगा कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट दुनियाभर में हाहाकार मचाने वाले कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ने एक बार फिर दुनिया को सदमे में डाल दिया है ।

Who ने कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर चेतावनी देते हुए कहा है कि यह नया वेरिएंट दक्षिण पूर्वी एशिया में जमकर तबाही मचाएगा ।

भारत सरकार भी कोरोना के इस नए वेरिएंट को लेकर सजग हो गयी है । भारत सरकार ने कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे को देखते हुए दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग के यात्रियों की कड़ी स्क्रीनिंग का निर्देश दिया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के इस नए वेरिएंट को ओमिक्रान नाम दिया है । कोरोना के इस नए स्वरूप कर बेहद संक्रमित रूप ने विश्व समुदाय की चिंताएं बढ़ा दी हैं। कोरोना का अब तक सबसे खतरनाक स्वरूप डेल्टा था जिसने यूरोप और अमेरिका में जमकर कहर मचाया था ।

भारत सरकार की सतर्कता के साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी एशियाई देशों को चेतावनी देते हुए कहा है कि दक्षिण पूर्वी एशिया क्षेत्र के देश सतर्कता बढ़ाएं और जन स्वास्थ्य सेवा और सामाजिक उपायों को मजबूत करें। सामाजिक समारोह और त्यौहारों में सावधानी बरती जाए और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से परहेज किया जाए ।

दक्षिण पूर्वी एशिया क्षेत्र के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि हमें किसी भी कीमत पर लापरवाही नहीं करनी चाहिए । हमें अधिक सतर्क एवं सजग रहना होगा ।हमारे क्षेत्र के अधिकांश देशों में कोविड-19 के मामलों में कमी आई है लेकिन दुनिया के दूसरे हिस्सों में यह मामले लगातार बढ़ रहे हैं।

डॉ सिंह ने कहा कि एशियाई देशों को सावधानी बढ़ा देनी चाहिए । संक्रमण को रोकने के लिए सभी जरूरी उपाय करते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं एवं अन्य उपायों पर विचार करना चाहिए । जितनी जल्दी एहतियात और सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे बाद में उतने ही कम प्रतिबंधात्मक कदम उठाने होंगे।

कोविड-19 का जितना कम प्रचार-प्रसार होगा इस वायरस को स्वरूप बदलने के उतने ही कम अफसर उपलब्ध होंगे । जितना कोविड-19 फैलेगा कोरोना वायरस के उतने स्वरूप बदलेंगे और विश्वजगत को महामारी का सामना करना पड़ेगा।

लोगों को वायरस का जोखिम कम करने के लिए एक दूसरे से उचित दूरी बनाकर रहना होगा । मास्क पहनना जरूरी होगा । भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना होगा तथा हाथों को साफ रखते हुए खाँसते या छींकते समय मुंह को ढकना होगा और कोरोना वैक्सीन लेनी होगी ।

इस क्षेत्र की अभी तक सिर्फ 31 फीसद आबादी का टीकाकरण हुआ है जबकि 21 फीसद लोगों का आंशिक रूप से टीकाकरण हो पाया है । 48% लोग अर्थात 1 अरब से अधिक लोग ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना की एक भी डोज़ नहीं ली है। टीकाकरण से बचे हुए लोगों के संक्रमित होने और उनसे अन्य लोगों तक संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है।

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