नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम (P. Chidambaram) ने शनिवार को कहा कि मोदी सरकार का देश में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की कमी न होने का दावा खोखला है उन्होंने कहा अगर कोरोना वैक्सीन की कमी नहीं है तो टीकाकरण के लिए पहुंचने वाले लोगों को अस्पतालों से वापस क्यों लौटना पड़ रहा है.
पूर्व गृह मंत्री ने देश में एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए ट्वीट किया, ‘‘बहरहाल, हमें सरकार को आगाह करना है कि इस फैसले के साथ उसके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी भी आई है.”
हमनें 18 साल की उम्र से अधिक सभी लोगों के टीकाकरण के निर्णय का स्वागत किया। हालांकि, हमें सरकार को आगाह करना होगा कि यह फैसला उसके लिए बहुत बड़ी जिम्मेदारियां लेकर आएगा।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) April 24, 2021
चिदंबरम ने इस बात पर ज़ोर देते हुए कहा कि आज देश में पहली और सबसे बड़ी जरूरत अधिक मात्रा में कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता को सुनिश्चित करना है क्योंकि बहुत जगहों पर टीके की आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो पा रही है. उन्होंने दावा किया, ‘‘टीके की कमी नहीं होने का दावा खोखला और झूठा है.”
टीके की उपलब्धता सबसे पहली और महत्वपूर्ण आवश्यकता है। टीकों की आपूर्ति की कमी के बारे में काफी सारी शिकायतें हैं। सरकार का दावा है कि टीकों की कमी नहीं है, खोखला और झूठा है।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) April 24, 2021
कांग्रेस नेता का कहना है कि एक मई से टीकों की मांग बढ़ेगी, ऐसे में केंद्र सरकार पर ज़रूरी है कि एक मई से पहले कोरोना वैक्सीन कि पूरी उपलब्धता सुनिश्चित करे ताकि लोगों को अस्पतालों से बग़ैर टीकाकरण करवाए न लौटना पड़े क्योंकि अगर लोगों को अस्पताल से बग़ैर टीकाकरण के लौटना पड़ा तो सरकार को भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा. चिदंबरम ने कहा कि आने वाले दिनों में टीके की भारी मांग की संभावना को देखते हुए सरकार को अभी तैयारियां करनी चाहिए.
1 मई के बाद से जब मांग में बृद्धि होगी, और लोग टीकाकरण के लिए अस्पतालों में आएंगे, क्या पूरे देश में टीकों का पर्याप्त स्टॉक होगा? अगर लोगों को अस्पतालों में दूर कर दिया जाता है, तो बड़ी नाराजगी और विरोध होगा।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) April 24, 2021