नई दिल्ली, एएनआई: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी को कोरोना महामारी के बिगड़ते हालात को लेकर पत्र लिखा है। अपने पत्र में पूर्व प्रधान मंत्री ने कहा कि अगर हमको कोरोना (COVID-19)से लड़ना है तो देश में टीकाकरण (Covid-19 Vaccination) को बढ़ाना होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें टीकाकरण की संख्या पर नहीं बल्कि देश की जनसंख्या के अनुसार टीकाकरण के फीसद पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। वर्तमान में भारत ने अपनी जनसंख्या का केवल कुछ फीसद ही टीकाकरण किया है। मुझे यकीन है कि सही योजना के साथ हम बेहतर और बहुत जल्दी टीकाकरण कर सकते हैं।
बता दें कि मनमोहन सिंह ने लिखा “COVID -19 के खिलाफ हमारी लड़ाई की कुंजी टीकाकरण है इसलिए इसमें तेज़ी लानी चाहिए उन्होंने लिखा कि अब तक भारत आबादी का केवल एक छोटा सा हिस्सा ही टीकाकरण किया गया है।
Former PM Dr Manmohan Singh writes PM Narendra Modi, "The key to our fight against COVID19 must be ramping up the vaccination effort. We must resist the temptation to look at the absolute numbers being vaccinated, and focus instead on the percentage of the population vaccinated" pic.twitter.com/OiDXnngIJ8
— ANI (@ANI) April 18, 2021
उन्होंने कहा, “मुझे यक़ीन है कि सही नीति के साथ हम बहुत बेहतर और बहुत जल्दी कोरोना महामारी को कंट्रोल कर सकते हैं।”
पीएम मोदी को लिखे गए पत्र में मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि अलग-अलग वैक्सीन को लेकर क्या आदेश हैं और अगले छह महीनों में उन वैक्सीन के डिलीवरी का क्या स्टेटस है।।
मनमोहन सिंह ने यह भी कहा कि सरकार को ये भी साफ़ करना चाहिए कि आने वाले दिनों में पारदर्शी फार्मूले के आधार पर राज्यों में उनकी ज़रूरत के अनुसार दवाएं वैक्सीन और ऑक्सीज़न को कैसे वितरित किया जाएगा।
फ्रंटलाइन वर्कर्स को लेकर पूर्व पीएम ने कहा कि राज्यों को फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणियों को परिभाषित करने के लिए थोड़ी छूट देनी चाहिए। इससे 45 साल से कम वर्ष के लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा जैसे राज्य के स्कूलों के शिक्षकों, बस, तिपहिया और टैक्सी के ड्राइवर, नगरपालिका और पंचायत कर्मचारी, और संभवतः वकील जिन्हें कोर्टलाइन में फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में उपस्थित होना होता है। ये सब फ्रंटलाइन वर्कर्स में आते हैं इन सबको कोरोना वैक्सीन मिलनी चाहिए।
भारतीय न्यूज़ एजेंसी एएनआई के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि केंद्र सरकार को यह बताना चाहिए कि विभिन्न वैक्सीन उत्पादकों पर रखी गई खुराक के लिए पुख्ता आदेश क्या हैं और अगले छह महीनों में उन वैक्सीन के डिलीवरी का क्या स्टेटस है।
ग़ौर तलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार देश में बीते 24 घंटों में 2,61,500 नए मामले सामने आए है। इस दौरान 1501 लोगों की मौत हो गई है।