ट्रम्प का एकाउंट सस्पेंड करने वाली विजया गाड्डे की होगी छुट्टी
ट्विटर पब्लिक से प्राइवेट होने के लिए तैयार है। ट्विटर की कमान अब प्राइवेट हाथों में जाने के लिए तैयार है अब इसका कंट्रोल मशहूर अरबपति एलन मस्क के हाथों में होगा ।
एलन मस्क और ट्विटर के बीच सौदा पक्का होने के बाद एक और नाम की चारों ओर चर्चा हो रही है । यह नाम है ट्विटर की पॉलिसी हेड विजया गाड्डे का। 2011 में ट्विटर से जुड़ने वाली विजया ट्विटर के लीगल इशु, सेफ्टी एवं सेंसिटिव मामलों को हैंडल करती है । वह 2011 से ही कंपनी के कानून और पॉलिसी से जुड़े मामलों को संभाल रही है। विजया को ट्विटर की एक्जीक्यूटिव टीम में सबसे ताकतवर महिला माना जाता है। कहा जाता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हुई हिंसा के बाद ट्रंप के एकाउंट को बैन करने का फैसला भी विजया ने लिया था।
लेकिन अब ट्विटर के नए बॉस एलॉन मस्क भी विजया की सेंसरशिप वाली पॉलिसीज से सहमत नहीं हैं। मस्क ने विजया की सेंसरशिप पॉलिसीज पर सवाल उठाया है। विजया को इस समय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डोनाल्ड ट्रम्प और मस्क दोनों के ही फॉलोवर की ओर से निशाना बनाया जा रहा है।
मिडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एलॉन मस्क के ट्विटर खरीदने को लेकर हुई डील के बाद ट्विटर की बोर्ड मीटिंग में विजया भावुक हो उठीं और रोने लगीं।
मस्क ने विजया गाड्डे को सेंसरशिप से जुड़े उनके फैसले के लिए टार्गेट किया है।
बता दें कि गाड्डे ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बेटे हंटर बाइडेन के लैपटॉप पर की गई एक एक्सक्लूसिव स्टोरी की वजह से न्यूयॉर्क पोस्ट के एकाउंट को सस्पेंड कर दिया था। विजया के इस कदम की मस्क ने आलोचना की है और इसे एक बेहद गलत बताते हुए इसकी निंदा की है।
मस्क ने एक ट्वीट का जवाब देते हुए वजय के इस निर्णय पर कहा कि एक सही स्टोरी पब्लिश करने की वजह से एक प्रमुख न्यूज ऑर्गेनाइजेशन का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड करना बेहद गलत है।
बता दें कि मस्क द्वारा ट्वीटर के अधिग्रहण के बाद इसके सीईओ पराग अग्रवाल की विदाई पर चर्चा हो रही थी, लेकिन अब साड़ी चर्चा कंपनी की पॉलिसी हेड विजया गाड्डे को लेकर हो रही है।