वेनेजुएला, चुनाव पर्यवेक्षक के रूप में आये थे यूरोप के जासूस वेनेजुएला टेलीविजन के साथ एक साक्षात्कार में, वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कहा कि 21 नवंबर के स्थानीय चुनावों की निगरानी के लिए वेनेजुएला की यात्रा करने वाले यूरोपीय संघ के पर्यवेक्षक जासूसी करने आये थे न कि इस चुनाव की निगरानी।
वेनेजुएला, चुनाव पर बात करते हुए रूसी समाचार एजेंसी टास ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति के हवाले से कहा कि यूरोपीय संघ के जासूसों को वेनेजुएला चुनावी प्रणाली की निंदा करने का एक भी कारण नहीं मिला … वे जासूस थे, अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक नहीं। वे सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक जीवन की जासूसी करते हुए पूरे देश में खुलेआम घूमते रहे।
यूरोपीय संघ के पर्यवेक्षकों की वेनेजुएला यात्रा को संयुक्त राज्य अमेरिका के विरोध का सामना करना पड़ा, जो मादुरो सरकार को मान्यता नहीं देता है। यूरोपीय संघ के एक अधिकारी ने कहा कि यूरोपीय संघ का एक प्रतिनिधि दल 15 साल पहले वेनेजुएला गया था, यह देखने के लिए कि वेनेजुएला के चुनाव “2005 संयुक्त राष्ट्र के निर्देशों” का अनुपालन कैसे करते हैं।
मादुरो के अनुसार, यूरोपीय संघ के पर्यवेक्षक वेनेजुएला में दुश्मनों के रूप में आए और वेनेजुएला की निर्दोष और लोकतांत्रिक चुनावी प्रक्रिया को कलंकित करने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। 21 नवंबर को, वेनेजुएला में क्षेत्रीय और नगरपालिका चुनाव हुए जिसमें उसके नागरिकों ने स्थानीय कार्यकारी निकायों के प्रमुख और राज्य विधानसभाओं के सदस्यों का चुनाव किया।
वेनेजुएला दक्षिण अमेरिका के उत्तर में स्थित है। वेनेज़ुएला सरकार 1999 में बनाए गए संविधान के अनुसार चलाई जाती है और सभी बाधाओं के बावजुद सफलतापूर्वक कार्यरत है। सरकार 5 साल की अवधि के लिए निर्वाचित होती है। राष्ट्रपति वेनेजुएला गणराज्य का प्रमुख होता हैं जो उसका कार्यकाल पांच साल की अवधि का होता है।