ईरान परमाणु समझौते को लेकर वियना में सातवें दौर की वार्ता शुरू ईरान और विश्व शक्तियों के बीच परमाणु समझौते को लेकर वियना में जारी वार्ता का सातवां दौर शुरू हो चुका है।
ईरान परमाणु समझौते जेसीपीओए में शामिल चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और यूरोपीय संघ इस मुद्दे पर वियना में बातचीत कर रहे हैं । समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार इस वार्ता का मुख्य लक्ष्य 2015 में हुए परमाणु समझौते को बहाल करना है जिससे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन 2018 में एकपक्षीय रूप से निकल गया था ।
अमेरिका के परमाणु समझौते से निकलने एवं यूरोपीय पक्षों द्वारा दिए गए वचनों का पालन ना करने से नाराज ईरान ने भी मई 2019 में धीरे-धीरे समझौते का पालन करना बंद कर दिया था। अमेरिका की ओर से समझौते के उल्लंघन के बाद दिए गए वादों का पालन करने की अपील और यूरोप की उदासीनता को देखते हुए ईरान ने भी धीरे-धीरे जवाबी कार्रवाई करते हुए इस समझौते की शर्तों का पालन करने से इंकार कर दिया था।
यूरोपीय संघ के वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वार्ता में शामिल सभी पक्ष परमाणु समझौते की बहाली को लेकर प्रतिबद्ध हैं । उन्होंने कहा कि सभी पक्षों के अलग-अलग रुख के कारण यह वार्ता थोड़ी कठिन है। हम सभी पक्षों की ओर से पिछले कुछ सप्ताह में किए गए ठोस काम से वार्ता की शुरुआत कर रहे हैं।
वियना में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में रूस के स्थाई दूत मिकाइल उल्यानोव ने कहा है कि गुरुवार को हुई बैठक रचनात्मक थी। वार्ता को तेजी से अंतिम रूप देने के लिए सभी पक्ष सहमत हैं। हालांकि 3 दिसंबर को पिछले 6 दौर की वार्ता का विश्लेषण एवं ईरान की ओर से प्रस्तावित परिवर्तनों पर गहन विचार-विमर्श के बाद फ्रांस , ब्रिटेन तथा जर्मनी के राजनयिकों ने निराशा व्यक्त की है।