संयुक्त राष्ट्र महासचिव की अपील, हर हाल में रोका जाए रूस – यूक्रेन युद्ध

संयुक्त राष्ट्र महासचिव की अपील, हर हाल में रोका जाए रूस – यूक्रेन युद्ध
यूएनजीए की आपात बैठक में यूक्रेन प्रतिनिधि ने कहा कि अब तक यूक्रेन के 16 बच्चों समेत 352 लोग मारे गए. और ये संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।

यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र महासभा की शुरुआत से पहले एक मिनट का मौन रखा गया। यूक्रेन-रूस संकट को लेकर यूएनजीए ने अपने 11वें आपातकालीन विशेष सत्र में कहा कि हम सभी पक्षों द्वारा तत्काल युद्धविराम का आह्वान करते हैं। संयम से काम लें और बातचीत शुरू करें। कूटनीति और संवाद कायम रखना चाहिए।

इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि मानवीय सहायता महत्वपूर्ण है युद्ध कोई समाधान नहीं है। एकमात्र समाधान शांति के माध्यम से है, मैंने यूक्रेन के राष्ट्रपति को आश्वासन दिया है कि संयुक्त राष्ट्र उनकी सहायता करता रहेगा, उन्हें अकेला नहीं छोड़ेगा। यूक्रेन में युद्ध हर हाल में बंद होना चाहिए।

गुटेरेस ने आगे कहा कि बढ़ती हिंसा के परिणाम में बेगुनाह नागरिकों की मौत हो रही है। बस अब बहुत हो गया, अब सैनिकों को बैरकों में वापस जाना चाहिए और नागरिकों की रक्षा की जानी चाहिए। रूसी परमाणु बलों का हाई अलर्ट पर रखा जाना एक चिंता का विषय है. परमाणु संघर्ष के बारे में सोचना ही काफी खौफ़नाक है। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसे गंभीर क्षेत्रीय संकट का सामना कर रहे हैं, जिसका असर हम सभी पर होगा।

वहीं यूएनजीए की आपात बैठक में यूक्रेन प्रतिनिधि ने कहा कि अबतक यूक्रेन के 16 मासूम बच्चों सहित 352 लोग मारे गए और ये संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गोलाबारी अब भी जारी है। यूक्रेन के खिलाफ इस हमले को रोकना चाहिए। यूक्रेन के प्रतिनिधि ने एक रूसी सैनिक के मोबाइल स्क्रीन शॉट दिखाते हुए बोला कि ये बातचीत रूसी सैनिक की है जो अब मार चुका है वो अपनी मां से बात कर रहा था। उसकी मां पूछ रही है कि तुम कहां हो, क्या तुम ट्रेनिंग में हो। सैनिक बताता है कि वह यूक्रेन में बमबारी कर रहा है। मां कहती है कि ये पुतिन का कौन सा पागलपन है। अगर उसे खुदकुशी करनी है तो उसके लिए न्यूक्लियर बम की क्या जरूरत है। वो (पुतिन) वही कर सकता है जो 1945 में बर्लिन के बंकर में हुआ था।

रूस को चिढ़ाने के लिए यूक्रेन के प्रतिनिधि ने कहा कि रूस कब UN का मेंबर बना। सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस के मेंबेरशिप के लिए किसने कब वोट किया, कोई हाथ उठाकर बताए। वही दूसरी ओर रूस के प्रतिनिधि ने कहा कि यूक्रेन और जॉर्जिया द्वारा नाटो में शामिल होने के लिए योजनाएं बनाई जा रही थीं. उनकी (अमेरिका) नीति रूस विरोधी यूक्रेन बनाने और ये सुनिश्चित करने की थी कि वो नाटो में शामिल हो जाए। नाटो में शामिल होने वाला यूक्रेन हमारे लिए रेड लाइन और खतरे की घंटी है, जो हमें उसका उपाय करने के लिए मजबूर करता है और हमें इस संघर्ष और युद्ध के कगार पर खड़ा कर दिया है। रूसी प्रतिनिधि ने कहा कि LPR और DPR के लोगों को यूक्रेन की वजह से बंकर में रहना पड़ता था, पश्चिमी देशों की उनके प्रति कोई सहानुभूति क्यों नहीं है।

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