जी 7 और यूरोपीय संघ ने मिस्र से रूसी हमले की निंदा करने का किया आह्वान मिस्र में यूरोपीय संघ के जी 7 राजदूतों और सदस्यों के समूह ने कल मंगलवार को काहिरा में वाशिंगटन दूतावास द्वारा जारी एक संयुक्त बयान जारी कर मिस्र से यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई की निंदा करने का आह्वान किया।
अनातोलिया समाचार एजेंसी के अनुसार बयान में कहा गया है कि अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को अस्थिर करने के रूस के प्रयासों का मध्य पूर्व, अफ्रीका और मिस्र पर प्रभाव पड़ेगा। हम मानते हैं कि मिस्र की सरकार अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार शांतिपूर्ण आचरण, सुरक्षा, स्थिरता और नेतृत्व के सिद्धांतों का पालन करती है।
बयान में आगे कहा गया है कि मिस्र हमेशा अपनी विदेश नीति में एक दृढ़ स्थिति का पालन करने में सक्षम रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि 1956 से 1970 तक जमाल अब्दुल नासिर के राष्ट्रपति पद के समय से देश ने नई अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली के पहले सिद्धांत के रूप में देशों के आंतरिक मामलों में गैर-हस्तक्षेप के सिद्धांत के लिए सम्मान की पुष्टि की और समर्थन किया।
जी 7 राजदूतों के समूह और यूरोपीय संघ ने संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों से यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा करने और यूक्रेन के साथ खड़े होने का आह्वान किया। इस तरह वे संप्रभुता, सीमा स्वतंत्रता और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के पालन पर जोर देते हैं। जी 7 कनाडा, फ़्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका का एक समूह है। यह देश, दुनिया की सात सबसे बड़ी उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के साथ वैश्विक शुद्ध सम्पत्ति ($280 ट्रिलियन) का 62% से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं।