तुर्की, चीन के विरुद्ध उइगर नरसंहार मामले मेंआपराधिक शिकायत दर्ज तुर्की से ख़बर आ रही है कि वहां रहने वाले उइगर समुदाय ने शिनजियांग प्रांत होने वाले नरसंहार पर वहां के अधिकारियों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कराया है।
तुर्की में स्वयंसेवी वकीलों समेत उइगर परिवार इस्तांबुल के कागलयान जिले की अदालत में उपस्थित हुए। इस बीच वहां कई सारे प्रदर्शनकारी भी मौजूद रहे जो हाथों में बैनर लिए हुए थे जिन पर लिखा हुआ था कि हमारे परिवार कहां हैं? साथ ही उनके हाथ में भाइयों को आज़ाद कराने की अपील के पोस्टर्स भी मौजूद थे।
कनाडा में मौजूद इंटरनेशनल थिंक टैंक फ़ोरम फॉर राइट्स एंड सिक्योरिटी ने इन प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया है। प्रदर्शनकारियों ने जिन चीनी अधिकारियों के विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं उनकी फ़ोटो भी हाथों में उठाई हुई थीं।
यह कोई पहला मामला नहीं है जब चीन में किसी समुदाय पर अत्याचार हुए हों, लेकिन हर बार चीन ने अपनी इंटरनेशनल इमेज के सामने उन अत्याचारों को छिपाया है। हाल ही में हुए प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों ने तर्क दिया है कि चीन ने नरसंहार, जानबूझकर हत्या, यातना और उइगरों को जबरन लापता करने जैसे अपराध किए हैं। उन्होंने तुर्की की राष्ट्रीयता लिए उइगरों को भी तुर्की के नागरिकों के विरुद्ध अपराधों के ढांचे में लाने की मांग की है।
शिंजियांग प्रांत में चीन की कम्युनिस्ट सरकार के अत्याचारों का मामला एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है। अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन में भी एक ट्रिब्यूनल ने दावा किया है कि इस प्रांत में उइगर मुसलमानों एवं अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यक समूहों पर जबरन कई अमानवीय प्रतिबंध थोप दिए गए हैं। यहां इन समूहों पर जन्म पर पाबंदी लगा दी गई है जो एक तरह का नरसंहार है।
चीन के पश्चिमी प्रांत शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों समेत अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार मानवता के विरुद्ध एक अपराध है। शिंजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों को खत्म करने के लिए साजिश की जा रही है और एक सोची-समझी योजना के तहत उनकी आबादी पर हमला किया जा रहा है और उनकी जनसंख्या को रोकने की कोशिश की जा रही है इस बात के पर्याप्त सबूत ट्रिब्यूनल को मिले हैं।