चीन को सोवियत संघ समझने की भूल ना करे अमेरिका

चीन को सोवियत संघ समझने की भूल ना करे अमेरिका अमेरिका में चीन के राजदूत क्विन गैंग ने अमेरिका को अपरोक्ष रूप से चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर दुनिया में कोई नया शीत युद्ध शुरू भी होता है तो चीन बिल्कुल भी हारने वाला नहीं है।

चीन के राजदूत ने एक अमेरिकी मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में स्पष्ट रूप से अपने खिलाफ मोर्चा खोलने वाले देशों को चेताते हुए कहा है कि चीन पूर्व सोवियत संघ की तरह नहीं है। अगर शीतयुद्ध जैसी कोई बात होती है तो चीन उसमें हारने वाला नहीं है। अमेरिका और चीन के बीच कोरोना काल में तनाव चरम पर पहुंचा हुआ है। ऐसे में चीनी राजदूत का यह बयान बेहद महत्वपूर्ण समझा जा रहा है।

चीनी राजनयिक ने अपने इंटरव्यू में कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि चीन के खिलाफ शीत युद्ध शुरू किया जाए तो मैं यह कह सकता हूं कि हम इस मोर्चे पर हारने वाले नहीं हैं। सबसे पहले हमारे खिलाफ शीत युद्ध शुरू करने वालों को यह समझना होगा कि चीन पूर्व सोवियत संघ की तरह नहीं है। न ही चीन की कम्युनिस्ट पार्टी सोवियत यूनियन की कम्युनिस्ट पार्टी की भांति है। सीपीसी ने हाल ही में अपना शताब्दी उत्सव मनाया है।

अमेरिका के बारे में बात करते हुए चीन के राजदूत ने कहा कि न ही अमेरिका 32 साल पहले वाला अमेरिका है और न ही चीन सोवियत संघ की तरह है। उन्होंने कहा कि वाशिंगटन और बीजिंग एक दूसरे के संपर्क में हैं और एक दूसरे के हितों का ध्यान रखते हैं। चीन अमेरिका का तीसरा सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार है वहीं अमेरिका चीन का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। इस साल दोनों देशों के बीच 700 बिलियन डालर का व्यापार हुआ है और प्रतिवर्ष इस कारोबार में 20% से अधिक वृद्धि हो रही है।

चीनी राजदूत ने अपने इंटरव्यू में कहा कि चीन की सबसे बड़ी प्राथमिकता एशिया प्रशांत क्षेत्र में शांति है। क्वाड देशों समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों पर चीन की प्रतिक्रिया के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा चीन इस समय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने खिलाफ कठोर एवं चुनौतीपूर्ण माहौल का सामना कर रहा है। हम एशिया प्रशांत क्षेत्र के मुद्दे पर अमेरिका के साथ वार्ता कर रहे हैं। इस क्षेत्र की शांति एवं स्थिरता हमारी प्राथमिकता में शामिल है।

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