अमेरिका चाइनाफोबिया का मरीज़, वाशिंगटन पर बीजिंग ने साधा निशाना
चीन और अमेरिका के बीच पिछले काफी समय से तनातनी का दौर जारी है. इसका ताज़ा उदाहरण इंडोनेशिया में हो रही जी-20 बैठक से इतर उस समय देखने को मिला जब चीन ने अमेरिका को लेकर बड़ा बयान दिया.
चीन और अमेरिका के विदेश मंत्री की बातचीत के बीच बीजिंग की तरफ से बड़ा बयान आया है. चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिका चाइनाफोबिया से पीड़ित है.
बता दने कि शनिवार को ही दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक हुई है. इस बैठक के बाद चीन के विदेश मंत्री की ओर से कहा गया है कि इस बात में बहुत सारे लोग विश्वास रखते हैं कि अमेरिका चाइनाफोबिया का शिकार है. चीन के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक बयान में इसको इंगित किया गया है. चीन ने अमेरिका के रवैये के दोनों देशों के संबंधों के लिए खतरनाक बताते हुए कहा है कि अमेरिका का चीन के प्रति जो रवैया है और जो सोच है उसकी वजह से दोनों देशों के संबंध खतरे में हैं.
अमेरिका द्वारा चीन के सामान पर लगाए गए अतिरक्ति शुल्क पर भी वांग ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा है कि अमेरिका को इसे जितना जल्द हो खत्म करना चाहिए. चीनी कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधो पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका ने चीन की कंपनियों पर जो प्रतिबंध लगाए हैं उन्हें भी हटाना चाहिए.
ताइवान संकट पर अमेरिका को एक बार फिर चेतावनी देते हुए चीन ने अमेरिका को इस से दूर रहने की नसीहत की है. चीन ने ताइवान को लेकर भी अमेरिका को साफतौर पर आगाह किया है.
ताइवान की स्वतंत्रता को लेकर या इस तरह के शब्दों के प्रयोग करने से भी अमेरिका को बचने की नसीहत करते हुए चीन की तरफ से कहा गया है कि अमेरिका को इन बातों से बचना चाहिए. चीन के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर भी गहन वार्ता हुई है. हालांकि इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गई है.