स्वीडन, नाटो में शामिल होने में लगेगा समय

स्वीडन, नाटो में शामिल होने में लगेगा समय

स्वीडन की विदेश मंत्री ऐनी लिंडी ने शुक्रवार को कहा कि स्वीडन को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने में समय लगेगा।

स्वीडन की विदेश मंत्री ऐनी लिंडी ने स्टॉकहोम में प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वह इस महीने के अंत में स्वीडन में नाटो शिखर सम्मेलन के दौरान स्वीडन की सदस्यता पर अटकलें नहीं लगाना चाहती हैं। लिंडी ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि परिणाम सभी के लिए स्वीकार्य होगा हालांकि नाटो में शामिल होने की प्रक्रिया में समय लगेगा मुझे उम्मीद है कि हम सभी अंत में संतुष्ट होंगे।

ऐनी लिंडी ने कहा कि उम्मीद है कि हम नाटो के सदस्य बन जाएंगे और हम तुर्की की चिंताओं को गंभीरता से लेंगे। नाटो में शामिल होने वाले किसी भी देश की प्रक्रिया के लिए इस सैन्य गठबंधन के सभी 30 सदस्य देशों की सहमति की आवश्यकता होती है।

तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने कहा है कि अंकारा स्वीडन और फ़िनलैंड के नाटो में शामिल होने का विरोध तब तक करता रहेगा जब तक कि वह आतंकवादियों का साथ देते रहेंगे। अर्दोग़ान ने स्वीडन पर विशेष रूप से आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाया है।

रूस की चेतावनी के बावजूद स्वीडन और फ़िनलैंड ने हाल ही में नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल होने के लिए आवेदन किया है। स्कैंडिनेवियाई देशों में से एक के रूप में फिनलैंड की रूस के साथ एक हजार किलोमीटर की सीमा है और रूस के साथ सीमा साझा करने वाला पहला देश है जो नाटो में शामिल हो रहा है।

इस बीच नाटो के सदस्य के रूप में तुर्की ने घोषणा की है कि वह पीकेके जैसे आतंकवादी समूहों के समर्थन के कारण नाटो में स्वीडन और फ़िनलैंड की सदस्यता का विरोध करेगा। कहा जाता है कि अंकारा ने पीकेके जैसे समूहों के साथ सभी संबंधों को काटने के लिए स्टॉकहोम से गारंटी की मांग की थी जिसे तुर्की, यूरोपीय संघ और अमेरिका द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है।

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