तेल पेट्रोल की कीमतों में लगेगी आग, 300 डॉलर प्रति बैरल होगा क्रूड आयल
रूस के खिलाफ अमेरिका और पश्चिमी जगत के प्रतिबंध दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं ऐसे में रूस ने यूरोपीय देशों को जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है ।
यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई से तिलमिलाए यूरोपीय देश और अमेरिका प्रतिबंधों के अलावा चाह कर भी रूस के खिलाफ कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
यूरोपीय देश और अमेरिका रूस से तेल के आयात पर पाबंदियां लगाने पर विचार कर रहे हैं वहीं रूस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि ऐसा हुआ तो क्रूड ऑयल के दाम 300 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएंगे। अगर ऐसा हो जाता है तो भारत समेत दुनिया भर में पेट्रोल की कीमत दुगनी हो जाएगी।
रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध लगाने की खबरों पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि वाशिंगटन अपने यूरोपीय सहयोगी देशों के साथ मिलकर इस पर विचार कर रहा है। अमेरिका के बयान के बाद से ही 2008 के बाद से एक बार फिर क्रूड ऑयल के दाम अपने सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। क्रूड ऑयल पिछले 14 साल में सबसे अधिक कीमत पर मिल रहा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री के बयान पर रूस के उप प्रधानमंत्री ने पलटवार करते हुए चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन मुद्दे पर रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध लगाए गए तो दुनिया भर की अर्थव्यवस्था पर इसका विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा। कच्चे तेल के दामों में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि होगी।
क्रूड ऑयल के दाम बढ़कर 300 डॉलर प्रति बैरल हो सकते हैं।
रूसी राजनेता ने कहा कि रूसी तेल का विकल्प तेजी से तैयार करना असंभव है। यूरोप के बाजार में रूस के क्रूड ऑयल का विकल्प आसानी से नहीं मिलेगा। साथ ही रूस-जर्मनी गैस पाइपलाइन भी बंद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अगर आप रूस से तेल और गैस नहीं चाहते तो आगे बढिये, हम तैयार हैं।
बता दें कि यूरोप की 40% तेल और गैस जरूरतों को रूस पूरा करता है। रूस के उप प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने दायित्वों को पूरा कर रहे हैं। रूस के अलावा किसी अन्य बाजार से तेल और गैस यूरोप पहुंचाने के लिए कम से कम 1 साल लग जाएगा और यह यूरोप के लिए बहुत महंगा भी साबित होगा।
रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध लगता है तो तेल बाजार में अनिश्चितता फैलेगी और इसका असर ग्राहकों पर होगा। जर्मनी को रूस से गैस आपूर्ति करने वाली पाइप लाइन नॉर्ड-2 पर पाबंदी लगेगी तो हम नॉर्ड-1 पाइप लाइन की आपूर्ति भी रोक देंगे। हालाँकि हमने अभी इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है क्योंकि इससे किसी को भी कोई लाभ नहीं होने वाला।