एफबीआई की इमारत पर हमले का संदिग्ध मारा गया
अमेरिकी मीडिया ने बताया है कि सिनसिनाटी, ओहियो में एफबीआई कार्यालयों में से एक पर हमला करने का इरादा रखने वाले एक बंदूकधारी संदिग्ध को पुलिस के साथ गोलीबारी में मारा गया है।
अमेरिकी मीडिया ने बताया कि एक सशस्त्र संदिग्ध ने ओहियो में एफबीआई की इमारत पर हमला करने की कोशिश की। इस हमले का मकसद अभी तक स्पष्ट नहीं है लेकिन हाल के दिनों में डोनाल्ड ट्रंप के घर की तलाशी के कारण पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के समर्थकों से मौखिक हमलों और बदला लेने की धमकियों का निशाना एफबीआई रही है।
हिल बेस ने लिखा है कि संदिग्ध ने स्थानीय समयानुसार गुरुवार सुबह एफबीआई की इमारत में घुसने की कोशिश की लेकिन अलार्म सक्रिय होने के बाद वह एक कार में सवार हो गया और घटनास्थल से भाग गया। पुलिस ने उसका पीछा किया उसने कुछ देर बाद कार रोकी और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
हिल का दावा है कि कानून प्रवर्तन बलों ने पहले अपराधी के साथ बातचीत करने की कोशिश की लेकिन संदिग्ध के हथियार इस्तेमाल करने के नतीजे में उन्होंने उसे गोली मार दी जिसके परिणामस्वरूप वह घायल हो गया। एफबीआई बिल्डिंग में घुसने की कोशिश के करीब 6 घंटे बाद संदिग्ध की मौत हो गई। मीडिया ने इस संदिग्ध का नाम रिकी वाल्टर शेफर बताया है।
बता दें कि हाल के दिनों में एफबीआई के खिलाफ ट्रंप समर्थकों के तामसिक और धमकी भरे लहजे की खबरें प्रकाशित हुई हैं। मीडिया ने कुछ दिनों पहले खबर दी थी कि फ्लोरिडा में डोनाल्ड ट्रंप की हवेली पर एफबीआई की छापेमारी के बाद अमेरिकी यूजर्स के ट्वीट में गृहयुद्ध शब्द का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने घोषणा की कि फ्लोरिडा में उनकी हवेली को एफबीआई एजेंटों के एक बड़े समूह ने घेर लिया, हमला किया और कब्जा कर लिया और उन्होंने उसकी तिजोरी की भी तलाशी ली। एनबीसी न्यूज ने मामले से परिचित दो अज्ञात अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि संदिग्ध 6 जनवरी, 2021 को ट्रम्प समर्थकों द्वारा किए गए हमले के दौरान वाशिंगटन में यूएस कैपिटल बिल्डिंग में था।