हम ग़ाज़ा में जो कुछ देख रहे हैं वह स्वीकार्य नहीं कर सकते: स्पेन
स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा है कि यूरोपीय संघ को फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता दे देनी चाहिए, क्योंकि इससे इज़रायल-फ़िलिस्तीन संघर्ष ख़त्म करने और क्षेत्र को ‘स्थिर’ करने में मदद मिलेगी। उनके इस बयान से इज़रायल भड़क गया है और उसने स्पेन से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्पेन के प्रधानमंत्री ने गुरुवार को एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘यह स्पष्ट है कि हमें इस संकट को खत्म करने के लिए एक राजनीतिक समाधान ढूंढना होगा और मेरी राय में, फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देना ही इसका समाधान है। उन्होंने कहा, “इस मुद्दे को नैतिक दृढ़ विश्वास के साथ हल करना यूरोप के हित में है क्योंकि हम ग़ाज़ा में जो देख रहे हैं वह स्वीकार्य योग्य नहीं है। क्षेत्र को स्थिर करने और भू-राजनीतिक उद्देश्य के लिए यह आवश्यक है।
जब सांचेज ने प्रधानमंत्री के रूप में नए कार्यकाल के लिए शपथ ली, तो उन्होंने कहा, यूरोप और स्पेन में फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने के लिए काम करना हमारी विदेश नीति की प्राथमिकता होगी। यदि यूरोपीय संघ के 27 सदस्य देशों के बीच कोई सहमति नहीं है, तो मैड्रिड एकतरफा रूप से फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने से इनकार नहीं करेगा। उन्होंने ग़ाज़ा में बच्चों की मौत पर दुख जताया और कहा कि कि इज़रायल अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का पालन नहीं कर रहा है।
पेड्रो सांचेज के बयान से इज़रायल
इस बयान से इज़रायल काफी नाराज़ है। स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के बयान से नाराज़ होकर इज़रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने मैड्रिड में इज़रायल के राजदूत को वापस बुला लिया है। एली कोहेन ने एक्स (ट्विटर) पर कहा है कि स्पेन के प्रधानमंत्री के अपमान जनक बयान के बाद मैंने स्पेन में इज़रायली राजदूत से संपर्क किया है और उनसे परामर्श के लिए वापस आने को कहा है।
इसके अलावा इज़रायल ने तेल अवीव में स्पेन के राजदूत को भी तलब किया है। राजदूत को फटकार लगाई गई कि स्पेन के प्रधान मंत्री ने कहा था कि उन्हें इज़रायल के अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के पालन पर गंभीर संदेह है। इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री सांचेज के शर्मनाक बयान के बाद हमने विदेश मंत्री एली कोहेन को राजदूत को बुलाने का आदेश दिया।