चेक गणराज्य की दो टूक, तालिबान को किसी हाल में नहीं देंगे मान्यता अफगानिस्तान में तालिबान को लेकर विश्व जगत में अटकलों का दौर जारी है।
चेक गणराज्य ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वह तालिबान को किसी भी परिस्थिति में मान्यता नहीं देंगे ।
चेक के विदेश मंत्री जैकब कुलहनेक ने कहा है कि हालांकि तालिबान संगठन से कुछ संपर्क बनाए रखना जरूरी होगा लेकिन हम तालिबान को लेकर खुश नहीं हैं ।
स्पूतनिक न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार चेक गणराज्य के विदेश मंत्री ने कहा है कि हम खुद को उस स्थिति में पा रहे हैं जहां अफगानिस्तान पर तालिबान का शासन है । हम इस से खुश नहीं हैं लेकिन हमें वास्तविकता को स्वीकार करना होगा।
चेक गणराज्य की ओर से मैं कह सकता हूं कि हम तालिबान को किसी भी परिस्थिति में मान्यता नहीं देंगे। विदेश मंत्री ने तालिबान को लेकर यूरोपीय संघ के दृष्टिकोण के महत्व पर बल दिया है ।
उन्होंने कहा कि हम क्षेत्र में प्रवासियों की समस्या को लेकर किसी भी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए तैयार हैं।
हम नहीं चाहते कि अफगानिस्तान से अवैध प्रवासियों का पलायन यूरोप की ओर हो ।
याद रहे कि अगस्त के मध्य में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद ही से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तालिबान और अफगानिस्तान को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है ।
क्षेत्रीय एवं वैश्विक शक्तियां एशिया में स्थिरता एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं ।
गत सप्ताह भी एशिया और प्रशांत क्षेत्र के लिए यूरोपीय संघ के प्रबंधक निदेशक गुन्नार विगैंड ने कहा था कि यूरोपीय संघ तालिबान को मान्यता देने या तालिबान सरकार से अधिकारिक संबंधों को लेकर बिल्कुल भी जल्दबाजी में नहीं है ।