टाइम्स ऑफ़ इस्राईल के अनुसार कोसोवो के विदेश मंत्री गेबी अशकेनाज़ी ने शुक्रवार को कहा कि अगले सप्ताह इस्राईल के साथ राजनयिक सम्बन्ध स्थापित करने के लिए एक समारोह का आयोजन किया जाएगा जो कि बाल्कन देश के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण होगा।
कोसोवो की विदेश मंत्री मेलिजा हरादिनाज स्तूबला ने कहा कि कोसोवो के लिए इस्राईल द्वारा मान्यता सबसे बड़ी उपलब्धि है ,इसके साथ ही उन्होंने इस महत्वपूर्ण क्षण के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका का शुक्रिया अदा किया।
आपको बता दें कि पिछले साल सितम्बर में व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंम्प की मौजूदगी में कोसोवो मुस्लिम बहुसंख्यकों और इस्राईल के बीच आपसी मान्यता पर फैसला किया गया था।
ट्रम्प प्रशासन ने साल 2017 के अंत में यरूशलेम को इस्राईल की राजधानी के रूप में मान्यता दी और मई 2018 में अमेरिकी दूतावास को भी वहां स्थानांतरित कर दिया।
NATO द्वारा कोसोवो में सर्बिया के खिलाफ 78 दिन तक हवाई हमले का अभियान चलाए जाने के नौ साल बाद कोसोवो की सांसद ने 2008 में सर्बिया से स्वतंत्रता की घोषणा की।
ज़्यादातर पश्चिमी देशों ने कोसोवो की स्वतंत्रता को मान्यता दी हुई है परन्तु सर्बिया और उसके साथी रूस और चीन ने मान्यता नहीं दी है।
प्रिस्टिना ने अभी तक इस्राईल को मान्यता नहीं दी थी इसलिए नहीं क्यों कि वहां के मुस्लिम बहुसंख्यक इसके विरुद्ध थे बल्कि इसलिए क्यों कि इस्राईल ने कोसोवो को मान्यता नहीं दी थी।
वास्तव में इस्राईल राज्यवाद की एकतरफा घोषणा का समर्थन नहीं करना चाहता था।