तमिलनाडु के मदुरै में ट्रेन हादसे में दस लोगों की दर्दनाक मौत
तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन पर शनिवार को एक ट्रेन में भीषण आग लगने से कम से कम दस लोगों की मौत हो गई। आग लगने की सूचना सुबह लगभग 5.15 बजे मिली। यह ट्रेन मदुरै यार्ड में एक पर्यटक कोच था। हालांकि इस कोच में आग लगने से बाकी कोच को कोई नुकसान नहीं हुआ, क्योंकि फायर ब्रिगेड फौरन ही मौके पर पहुंच गई थी। इसने आग को सुबह 7 बजे तक पूरी तरह बुझा दिया था।
दक्षिणी रेलवे ने डिब्बे में अवैध रूप से ले जाए गए गैस सिलेंडर को हादसे की वजह बताया है। दक्षिणी रेलवे के मुताबिक, मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है। ये एक प्राइवेट पार्टी कोच था, जिसे कल नागरकोविल जंक्शन पर ट्रेन संख्या 16730 (पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस) में जोड़ा गया था।
अधिकारियों ने बताया कि हादसे में डिब्बे में सवार 10 यात्रियों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डिब्बे में सवार यात्रियों ने 17 अगस्त को लखनऊ से यात्रा शुरू की थी। उनका कल (27 अगस्त को) चेन्नई जाने का कार्यक्रम था। चेन्नई से वे लखनऊ लौटने वाले थे। सूत्रों ने बताया कि मरने वाले सभी लोग उत्तर प्रदेश के थे। वहीं आग बुझाने की कोशिशों में जुटे रेल कर्मियों के अलावा पुलिस, दमकल और बचाव कर्मियों ने डिब्बे से शवों को बाहर निकाला।
मृतकों में छह लोगों का नाम-पता चला है। इनमें शत्रुदमन सिंह निवासी सीतापुर, मिथिलेश कुमारी निवासी सीतापुर, शांति देवी निवासी लखीमपुर, मनोरमा अग्रवाल निवासी लखनऊ, हिमानी बंसल निवासी लखनऊ और हरदोई निवासी परमेश्वर दयाल शामिल हैं। सीतापुर के RSS स्वयंसेवक शिव प्रताप सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर लिखा- मैं चार लोगों को लाद कर बाहर निकाल लिया, लेकिन अपनी मिसेज और बहनोई शत्रुदमन सिंह को नहीं निकाल पाया। हार कर गिर गया।