राहुल गांधी ने जनमत स्वीकार करते हुए “प्रजालु तेलंगाना” बनाने का वादा किया
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में अब तक हुई वोटों की गिनती में कांग्रेस के सारे दावों की हवा निकल चुकी है। मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सारी चुनाव प्लानिंग फेल साबित हुई है। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के दावों और दंभ खोखले साबित हुए हैं। वहीं कांग्रेस को जिस राजस्थान से ज्यादा उम्मीदें नहीं थी, वहां भी अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस बीजेपी के सामने कहीं भी टिकती नहीं दिखी।
हालांकि तेलंगाना में उसे ज़रूर प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल हुई है। तेलंगाना में कांग्रेस की जीत का श्रेय अगर किसी को दिया जा सकता है तो वह राहुल खड़गे प्रियंका की तिकड़ी है। राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश के चुनाव में कांग्रेस को हार ज़रूर मिली है लेकिन यह हार निराश करने वाली नहीं है, क्योंकि राहुल, प्रियंका, खड़गे के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक के बाद इस साल तेलंगाना तीसरा ऐसा राज्य है जहां कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत के साथ जीत हासिल की है।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना के चुनाव रिजल्ट पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहली प्रतिक्रिया देते हुए रविवार (3 दिसंबर) को कहा कि हम इसे स्वीकार करते हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ”मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान का जनादेश हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं – विचारधारा की लड़ाई जारी रहेगी। तेलंगाना के लोगों को मेरा बहुत धन्यवाद – प्रजालु तेलंगाना बनाने का वादा हम ज़रूर पूरा करेंगे. सभी कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत और समर्थन के लिए दिल से शुक्रिया!
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ”तेलंगाना की जनता ने इतिहास रचते हुए कांग्रेस पार्टी के पक्ष में जनादेश दिया है. यह प्रजाला तेलंगाना की जीत है. यह प्रदेश की जनता और कांग्रेस पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता की जीत है। उन्होंने आगे कहा कि तेलंगाना की जनता को तह-ए-दिल से धन्यवाद। कांग्रेस पार्टी तेलंगाना में शांति, समृद्धि और प्रगति के लिए संकल्पबद्ध है। राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की जनता ने कांग्रेस पार्टी को विपक्ष की भूमिका सौंपी है। जनता का फैसला सिर माथे पर।