तालिबान का कब्रिस्तान बना पंजशीर, 21 आतंकी ढेर
अफगानिस्तान की सत्ता पर फिर से कब्जा जमाने वाले तालिबान के लिए इस बार भी पंजशीर लगातार चुनौती बना हुआ है। कहा जा रहा है कि इस बार पंजशीर में हुई झड़पों में तालिबान के 21 लड़ाके मारे गए हैं।
अफगानिस्तान लिबरेशन फ्रंट और एनआरएफ के ज्वाइंट ऑपरेशन में तालिबान के 21 लड़ाके ढेर हो गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार तालिबान नेतृत्व वाली अफ़ग़ान वायु सेना के हेलीकॉप्टरों को एक साइट पर काम करते हुए देखा जा सकता है। जब के एएलएफ ने कहा है कि वह इलाके से तालिबान लड़ाकों के शवों को ले जाने के लिए आए थे और उनके शव लेकर चले गए हैं।
एएलएफ द्वारा जारी किए गए वीडियो में एक कमांडर को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उनकी यूनिट में नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान के साथ मिलकर संयुक्त सैन्य अभियान शुरू किया हुआ है।
बता दें कि तालिबान ने अमेरिका के समर्थन वाली काबुल सरकार को सत्ता मुक्त करते हुए अगस्त 2021 में अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता में आने के बाद से ही एक बार फिर पंजशीर तालिबान के लिए चुनौती बना हुआ है। नेशनल रेसिस्टेंट फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान के साथ साथ एएलएफ भी तालिबान के लिए चुनौती बना हुआ है। अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा बलों में शामिल रहे जवान एवं अन्य फोर्सेस के कमांडर इन दलों में शामिल हो रहे हैं।
पंजशीर अफगानिस्तान का अंतिम प्रान्त है जिस पर तालिबान अभी तक पूरी तरह से क़ब्ज़ा नहीं जमा सका है। हालांकि सोमवार को ही तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने दावा किया है कि इस प्रांत पर भी अब तालिबान लड़ाकों का कब्जा है। तालिबान प्रवक्ता की बातों को बल उस समय भी मिला था जब कुछ चश्मदीदों ने कहा कि तालिबान के हजारों लड़ाकों ने रातों-रात पंजशीर के 8 जिलों पर नियंत्रण कर लिया है।
बता दें कि पंजशीर में अतीत में भी नॉर्दन एलायंस नाम का संगठन तालिबान से लोहा लेता रहा है। वर्तमान में भी पंजशीर की पहाड़ियों में मौजूद नॉर्दन एलायंस के लड़ाके तालिबान से लोहा ले रहे हैं। गोरिल्ला युद्ध में माहिर नॉर्दन एलायंस के लड़ाकों ने अभी तालिबान के आगे हार नहीं मानी है।