पाकिस्तानी सेना कर रही तालिबान की मदद: अफगानिस्तान
अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच जुबानी जंग भी चल रही है. अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह एक बार फिर पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया है कि पकिस्तान तालिबान को मदद पंहुचा रहा है साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अफगानिस्तान में होने वाले आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तानी सेना का हाथ है.
अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने एक ट्वीट करते हुए लिखा: ‘प्रोपेगेंडा करने से किसी की हकीकत नहीं बदलती और हमारे देश अफगानिस्तान में पाकिस्तान की जो छवि थी वही रहेंगे वो नहीं सुधरेगी. हकीकत में पाकिस्तान की सेना हमारे देश में चल रहे अफगानिस्तान और तालिबान के बीच के संघर्ष में तालिबान को मदद (हथियार) मुहैया करा रही है. चालीस सेकेंड के ट्विटर क्लिप से हकीकत नहीं बदलेगी.’
The propaganda stunts won't change the reality & improve Pak's image in my country. The reality is that Pak army is the architect, strategic master & low profile supplier of the ongoingfull scale terror invasion in my country. Forty second twitter clip won't change the reality.
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) July 27, 2021
बता दें कि पाकिस्तानी मीडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि “पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को 46 अफगान सैनिकों को अफगानिस्तान सुरक्षित पहुंचाया. पाकिस्तानी सेना ने अफगान सैनिकों के साथ एक क्लिप भी शेयर की थी. इसे लेकर ही सालेह ने पाकिस्तान पर निशाना साधा.
अमरुल्ला सालेह ने इससे पहले भी कहा था कि तालिबान पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से मिलने वाले हथियार के ज़रीए अफगानिस्तान की सीना से लड़ रहा है. साथ ही सालेह ने कहा कि अगर पकिस्तान सेना की तरफ से तालिबान को मिलने वाली मदद को रोक दिया जाए तो तो तालिबान कुछ ही दिन में खत्म हो जाएगा
अमरुल्लाह सालेह ये भी आरोप लगाया है कि पाकिस्तान के कराची में तालिबान के लिए सेफ हाउस बनाए गए हैं. वहां तालिबान का प्रशिक्षण केंद्र है. वहां पर तालिबानियों को ट्रेनिंग दी जाती है. साथ ही उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि तालिबान कराची में धन जुटाने की मुहिम और मदरसे भी चलाता है.