इमरान खान की इज़्ज़त बचाने वाले डिप्टी स्पीकर, और आर्टिकल 5 को जानिये
पाकिस्तान में जारी राजनीतिक उथल-पुथल एक नए रूख की ओर मुड़ गई है। पाकिस्तान नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान ने देश के संविधान के आर्टिकल 5 का हवाला देते हुए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, जिसके बाद विपक्ष अपनी मांग पर अड़ते हुए असेंबली में बैठ गया और कानूनी टीम सुप्रीम कोर्ट का रूख कर चुकी है।
पाकिस्तान नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने आर्टिकल 5 का हवाला देते हुए इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। कासिम खान सूरी ने 15 अगस्त 2018 को पाकिस्तान की 15वीं नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर के रूप में कार्यभार संभाला था। पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के सदस्य कासिम खान सूरी बलूचिस्तान के क्वेटा से पार्लियामेंट मेंबर हैं। 1996 में तहरीक ए इंसाफ से जोड़ने वाले कासिम खान सूरी को 2007 में पार्टी ने पहली बार कोई पद दिया था।
इससे पहले कासिम खान सूरी पिछले साल जून में एक ही दिन में 21 बिल पारित कराकर चर्चा में आए थे, जिससे नाराज विपक्षी पार्टियों ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। विपक्षी दलों ने तब भी मांग की थी कासिम सूरी को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटाया जाए। विपक्ष का कहना था कि उन्होंने सभी कानूनों को गलत तरीके से पास करवाया था।
कासिम खान सूरी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ की कोर कमेटी, संविधान समिति और केंद्रीय कार्यकारी परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं। 20 अप्रैल 2012 को कासिम खान ने बलूचिस्तान के राजनीतिक इतिहास की सबसे बड़ी राजनीतिक सभा आयोजित की थी। उन्होंने यह सभा पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के मंच से की थी।
पाकिस्तान के संविधान के आर्टिकल 5 के अंतर्गत देश के प्रति वफादारी हर नागरिक का कर्तव्य है। देश के कानून को हर नागरिक को मानना होगा चाहे वह कुछ वक्त के लिए ही पाकिस्तान में रहा हो। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने भी अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ बोलते हुए कहा है कि आर्टिकल 5 के तहत देश के प्रति वफादारी हर पाकिस्तानी नागरिक का कर्तव्य है। इमरान खान इससे पहले ही कह चुके हैं कि उनकी सरकार को हटाने के लिए विदेशी साजिश रची गई है।
डिप्टी स्पीकर के अनुसार देश की चुनी हुई सरकार को हटाने या साजिश करने का अधिकार किसी विदेशी ताकत को नहीं हो सकता। सूचना मंत्री की बातें सही हैं। इसके बाद कासिम खान सूरी ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।