पाकिस्तान (Pakistan) के बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से क़रीब 100 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित बोलान ज़िले के मछ इलाक़े में पिछले शनिवार-रविवार (2-3 जनवरी) की दरमियानी रात को कोयले की खदान में काम करने वाले कम से कम 11 खनिकों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई थी.
मरने वाले सभी 11 खनिक शिया मुसलमानों के हज़ारा बिरादरी से ताल्लुक़ रखते थे. ख़ुद को इस्लामिक स्टेट कहने वाले चरमपंथी संगठन ने हमले की ज़िम्मेदारी ली थी.
शव के वारिस कई दिनों पर शव के साथ धरने पर बैठे रहे उनका कहना था कि जब तक देश के प्रधानमंत्री इमरान खान यहाँ नहीं आएंगे तब तक वो शवों को दफन नहीं करेंगे लेकिन बाद में शिया धर्म गुरु के कहने पर वारिसों ने अपने अपने घर के शवों को दफन कर दिया जिसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री वहां पहुंचे
आपको बता दें कि पाकिस्तान में इस तरह की घटनाएं होती रहती रहती है जहाँ शिया समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जाता है