इमरान खान ने फिर लगाए विदेशी साज़िश के आरोप, आंदोलन का बिगुल फूंका
पाकिस्तान में कई सप्ताह तक चले राजनीतिक ड्रामे के बाद इमरान खान सत्ता से बेदखल हो गए हैं।
इमरान खान पाकिस्तान के इतिहास में पहले प्रधानमंत्री हैं जिनको संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करते हुए सत्ता गंवानी पड़ी है। इमरान खान ने एक बार फिर अपनी सरकार के खिलाफ विदेशी साजिश के आरोप लगाते हुए कहा है कि पाकिस्तान 1947 में एक आजाद राष्ट्र बन गया था लेकिन आज सत्ता बदलने के लिए एक बाहरी साजिश के खिलाफ स्वतंत्रता के लिए एक नए संघर्ष की शुरुआत है।
इमरान खान ने कहा कि एक संप्रभु और लोकतांत्रिक देश की रक्षा करने वाले उस देश के नागरिक होते हैं। हमेशा एक देश के लोग होते हैं जो अपनी संप्रभुता और लोकतंत्र की हिफाजत करते हैं। सत्ता से बेदखल होने के बाद इमरान खान पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ की पहली संसदीय बोर्ड की अध्यक्षता कर रहे हैं।
इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का 174 सांसदों ने समर्थन किया था जिसके बाद इमरान खान सत्ता से बेदखल हो गए हैं। पीटीआई संसदीय बोर्ड की अध्यक्षता कर रहे खान ने एक बार फिर कहा के बाहरी साजिश के तहत उनकी सरकार को गिराया गया है।
पाकिस्तान मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के सांसद सामूहिक रूप से नेशनल असेंबली की सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला कर चुके हैं। पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि हम नई सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे।
बता दें कि इमरान खान अपनी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को बाहरी साजिश का हिस्सा बताते रहे हैं। उन्होंने अपने कुछ भाषणों में खुलकर अमेरिका का नाम भी लिया है। इमरान खान देश की जनता से सड़कों पर उतरने का आह्वान कर चुके हैं। सत्ता से इमरान खान की विदाई के साथ ही उनके एवं उनके करीबी लोगों के लिए कठिन समय शुरू हो गया है। पीटीआई के दावों पर विश्वास करें तो इमरान खान के करीबी लोगों के घरों पर छापेमारी की कार्यवाही शुरू हो गई है।