बांग्लादेश, नहीं रुक रहे अल्पसंख्यकों पर हमले 20 घरों को आग लगाई बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के समय से उत्पन्न हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ उठी हिंसा की लहर सरकार के कड़े रुख के बावजूद भी नहीं थम रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सोमवार को उपद्रवियों ने रंगपुर के पीरगंज में अल्पसंख्यक समुदाय के 20 घरों में आग लगा दी है।
वहीं स्थानीय संघ परिषद के अध्यक्ष की माने तो उपद्रवियों की भीड़ में कम से कम 65 अल्पसंख्यक लोगों के घरों पर हमला किया है और वहां जमकर उत्पात मचाते हुए आग लगा दी है।
बता दें कि बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के लिए बनाए गए पंडाल में पवित्र ग्रंथ कुरान के अपमान की खबरों के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ रोष भड़क उठा था। जैसे-जैसे दुर्गा पंडाल में पवित्र पुस्तक कुरान के अपमान की खबर फैली अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा भी फैल गई।
देश में बढ़ती हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मामले को सख्ती से निपटाने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि वह इस मामले में बेहद सख्त एक्शन लेंगी। अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ कट्टरपंथियों की हिंसा को देखते हुए बांग्लादेश हिंदू-बौद्ध-ईसाई एकता परिषद ने 23 अक्टूबर से भूख हड़ताल की घोषणा की है। एकता परिषद ने कहा है कि अगर आरोपियों के खिलाफ जल्द ही कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन करेंगे।
दुर्गा पूजा पंडालो और कुछ मंदिरों पर हमले के बाद ही प्रधानमंत्री शेख हसीना ने तेजी से कार्रवाई करते हुए देश के 22 जिलों में अर्धसैनिक बल तैनात कर दिए थे। पूजा पंडाल पर हमले के बाद प्रधानमंत्री ने दुर्गा पूजा में वर्चुअली शामिल होते हुए हिंदू समुदाय को सुरक्षा का भरपूर आश्वासन देते हुए कहा था कि आप को इस देश का नागरिक माना जाता है और आप समान अधिकारों के साथ रहते हैं। आपको समान अधिकार हासिल रहेंगे। आप समान अधिकारों के साथ अपने धर्म का पालन करेंगे और त्यौहार मनाएंगे। हम यही चाहते हैं और यही हमारे बांग्लादेश की वास्तविक नीति और हमारा आदर्श है। मैं आपसे फिर आग्रह करती हूं कि आप कभी भी खुद को अल्पसंख्यक ना समझे।
बांग्लादेश की करीब 17 करोड़ की आबादी में 10% हिंदू हैं।