म्यांमार में तख्तापलट के बाद सेना की हिरासत में रह रही नेता आंग सान सू की ने म्यांमार अदालत से गुहार लगाई है कि उन्हें उनके वकीलों से मिलने की इजाजत दी जाए। राइटर्स की रिपोर्ट के अनुसार म्यांमार सरकार की नेता रहीं आंग सान सू की ने म्यांमार न्यायालय से गुहार लगाई है के उन पर सैन्य शासन की ओर से जो आरोप लगाए गए हैं संभव है कि उसके नतीजे में उन्हें एक लंबी अवधि जेल में गुजारना पड़े।
म्यांमार में सैन्य शासन के खिलाफ लोकतंत्र की लड़ाई लड़ने वाली नेता के रूप में पहचानी जाने वाली आंग सान सू की जब अदालत में उपस्थित हुई तो उनके समर्थकों ने लोगों से अपील की कि वह सड़कों पर उतर कर इस सैन्य विद्रोह के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें।
याद रहे कि 75 वर्षीय सू की को 1991 में उनके लोकतांत्रिक प्रयासों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार मिल चुका है। वह फरवरी में हुए तख्तापलट के बाद से ही नजरबंदी में रह रही है।