म्यांमार में नज़रबंद अमेरिकी पत्रकार रिहा, अमेरका ने जताई थी चिंता, फरवरी में म्यांमार में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद से वहां के हालत कुछ ठीक नहीं हैं। देश में आंग सान सू के समर्थक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं । देश में चल रहे प्रदर्शनों को कारण बहुत बड़ी तादाद में म्यांमार के लोगों ने भारत में शरण ली हुई है।
बता दें कि बीते दिनों जुंटा द्वारा दो अमेरिकी पत्रकारों को गिरफ्तार करने की खबर सामने आई थी, जिसके बाद अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने उन्हें रिहा करने की अपील की थी।
हालाँकि अमेरिका के विदेश मंत्रालय की अपील के बाद आज दोनों अमेरिकी पत्रकारों को म्यांमार में नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों पत्रकार मंगलवार को देश से बाहर जाने के लिए फ्लाइट पकड़ लेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी पत्रकारों का कहना है कि कोर्ट में मामला पेश होने के बाद, माननीय न्यायाधीश ने केस को खारिज कर दिया। जिसके बाद दोनों को रिहा कर दिया गया है।
बता दें कि अमेरिका ने जुंटा के अधिकारियों द्वारा नाथन मोंग और एक अन्य अमेरिकी नागरिक डेनियल फेनस्टर को हिरासत में लिए जाने पर चिंता व्यक्त की थी।
अमेरिका ने म्यांमार के सैन्य अधिकारियों से अपील करते हुए कहा था कि, किसी मुक्त समाज के निर्माण के लिए मीडिया की देश में मीडिया की आज़ादी जरूरी होती है। इसलिए सीना द्वारा पत्रकार डेनियल और नाथन की गिरफ्तारी और उनके साथ हिंसा म्यांमार में अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है।
गौरतलब है कि 37 वर्षीय डेनियल फेनस्टर समाचार और बिजनेस मैगजीन ‘फ्रंटियर म्यांमा’ के एडीटर हैं उन्हें यांगून अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 24 जून को गिरफ्तार किया गया। वहीं नाथन मौंग न्यूज वेबसाइट ‘कामयुत मीडिया’ के सह संस्थापक हैं और उन्हें 9 मार्च को गिरफ्तार किया गया था।