अमेरिका की दो टूक, आईएसआईएस से लड़ रहे तालिबान से संबंध नहीं रखेंगे अफ़ग़ानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत ने कहा है कि अमेरिका काबुल में अपना दूतावास खोलने का इच्छुक नहीं है।
अमेरिका के वरिष्ठ राजनयिक एवं अफ़ग़ानिस्तान में विशेष दूत थॉमस वेस्ट ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वाशिंगटन की तालिबान के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने और काबुल में अपने दूतावास को फिर से खोलने की कोई योजना नहीं है।
थॉमस वेस्ट ने कहा कि काबुल में हमारे दूतावास को फिर से खोलने की बात आती है, तो बता दें कि इस समय हम इसके बारे में गंभीरता से नहीं सोच रहे हैं। मुझे लगता है कि हम जो देखना चाहते हैं वह तालिबान के जिम्मेदार व्यवहार और पूर्वानुमेय व्यवहार का इतिहास है, और फिर हम यह आकलन करेंगे कि राजनयिक मोर्चे पर हमारी क्या जरूरतें हैं।
थॉमस वेस्ट ने कहा हम यह सुनिश्चित करने के लिए गंभीर रूप से प्रतिबद्ध है कि अफगानिस्तान फिर से संयुक्त राज्य अमेरिका या हमारे सहयोगियों को नुकसान पहुंचाने के लिए आतंकवादियों के लिए लॉन्चिंग पैड नहीं बने।
टी न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार अरब न्यूज़ से बात करते हुए थॉमस वेस्ट ने कहा कि हम आईएसआईएस खुरासान के खिलाफ तालिबान के संघर्ष का समर्थन करते हैं।
अफगानिस्तान में अमेरिका के विशेष दूत ने कहा कि हम चाहते हैं कि तालिबान खुरासान आईएसआईएस के खिलाफ सफल हो, मुझे लगता है कि तालिबान आईएसआईएस के खिलाफ बहुत मेहनत कर रहे हैं। हम आईएसआईएस के हमलों में वृद्धि के बारे में चिंतित हैं और हम चाहते हैं कि तालिबान उनके खिलाफ सफल हो।
वहीँ अफ़ग़ानिस्तान में आईएसआईएस की शक्ति एवं खतरों में बारे में बात करते हुए अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मोत्ताकी ने कहा कि आईएसआईएस अफगानिस्तान में एक गंभीर खतरा नहीं है। उनके पास कोई सैन्य शक्ति नहीं है, लेकिन आतंकवादी समूह के लिए प्रचार चल रहा है।