तालिबान कर रहा है नरसंहार, पंजशीर के हालात बेहद खराब तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा करने के बाद बार-बार दावा किया है कि अफगानिस्तान में समावेशी सरकार बनाने और सबको साथ लेकर चलने का इच्छुक है लेकिन हालात अलग हैं।
तालिबान अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद ही इस देश में नरसंहार मचाए हुए है। तालिबान ने काबुल में ब्रिटिश स्पेशल फोर्स के साथ काम करने वाले स्नाइपर की हत्या कर दी है।
अपनी बहन के घर में जान बचा कर चुके स्नाइपर को तालिबान आतंकियों ने घर से निकाल कर गोलियों से भून दिया। नूर नाम के व्यक्ति के सीने में तालिबानी आतंकियों ने तीन गोलियां मारी और उसे तड़पता छोड़ कर चले गए।
तालिबान के आतंक का सबसे अधिक सामना पंजशीर कर रहा है। तालिबान आतंकियों ने पंजशीर पर तथाकथित कब्जा के बाद कत्लेआम मचाया हुआ है। नॉर्दन एलायंस के मत करो को ढूंढ ढूंढ कर मारा जा रहा है।
पंजशीर में महिलाओं के बिलकने की आवाज़ें हैं, बच्चे यतीम हो रहे हैं। तालिबान की क्रूरता का हर ओर चर्चा है। तालिबान कम से कम 20 लोगों को मौत के घाट उतार चुका है। कल तक तालिबान के सामने प्रतिरोध करने वाले लोगों को ढूंढ ढूंढ कर तलाशा जा रहा है और उनकी लाशों को ताबूत में बंद करके वापस भेजा जा रहा है।
कहा जा रहा है कि तालिबान आतंकी उन दुकानदारों को भी मार रहे हैं जिन्होंने प्रतिरोधी बलों को के साथ व्यापार जारी रखा। तालिबान के आतंक से परेशान एक युवती ने बताया कि 3 दिन पहले उसके घर में तालिबानी घुसे। उस के घर वालों के साथ बेरहमी के साथ मारपीट की। एक भाई को गोली मार दी, जबकि दूसरे का अपहरण करके अपने साथ ले गए।
तालिबान के आतंक के कारण पंजशीर घाटी में दहशत का माहौल है। तालिबान के आतंक से परेशान हजारों लोग अपना घर बार छोड़कर पहाड़ों पर भाग गए हैं जहां उन्हें कई दिन भूखा प्यासा रहना पद रहा है।
कई प्रांत में गवर्नर हाउस के सामने हजारों लोगों का हुजूम है। करीब-करीब हर प्रांत में यही हाल है। तालिबानी सत्ता के खिलाफ आवाज उठाने वालों को बंदूक के बल पर धमकाया जा रहा है।
कंधार में तालिबान की ओर से हजारों लोगों को घर खाली करने का फरमान सुनाया गया है। कहने को तो यह तालिबानी आतंकियों के रहने की व्यवस्था के लिए किया गया है लेकिन वास्तविकता यह है कि जिन लोगों ने तालिबान आतंकियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया है उन्हें अपने अपने घर खाली करने का आदेश दिया गया है।