अमेरिकी टैरिफ़ से नुक़सान, लेकिन 24 देशों में भारत का निर्यात बढ़ा

अमेरिकी टैरिफ़ से नुक़सान, लेकिन 24 देशों में भारत का निर्यात बढ़ा

अमेरिका में ट्रंप सरकार द्वारा लगाए गए 50% टैरिफ़ से भारतीय निर्यात को हुए नुक़सान की भरपाई के लिए भारत सरकार की नई रणनीति फिलहाल सफल होती दिख रही है। अमेरिकी टैरिफ़ से भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़े नकारात्मक असर के बावजूद अप्रैल से सितंबर के बीच भारत के 24 अन्य देशों को निर्यात में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

कौन से सेक्टर प्रभावित हुए
सरकारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में भारत ने 24 देशों को अपने निर्यात में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है, जबकि सितंबर में अमेरिका को निर्यात में गिरावट देखी गई। यह गिरावट साफ तौर पर 50% टैरिफ़ का नतीजा है। पहले से आशंका थी कि इतने भारी आयात शुल्क के बाद भारतीय उत्पाद अमेरिकी बाजार में महंगे हो जाएंगे और उनकी मांग घटेगी।

इसके चलते भारत के कई उद्योगों को बड़ा नुकसान हुआ है और लाखों लोगों की नौकरियां प्रभावित हुई हैं। सबसे ज्यादा नुकसान कपड़ा और परिधान, हीरे-जवाहरात, समुद्री खाद्य, चमड़ा और जूता उद्योग, केमिकल और ऑर्गेनिक केमिकल सेक्टर को हुआ है।

कौन से देशों को निर्यात बढ़ा
अमेरिका के टैरिफ़ बढ़ाने के बाद भारत ने अन्य देशों की ओर निर्यात बढ़ाने पर ध्यान दिया। जिन देशों में भारतीय निर्यात बढ़ा है, उनमें दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी, टोगो, मिस्र, वियतनाम, इराक, मैक्सिको, रूस, केन्या, नाइजीरिया, कनाडा, पोलैंड, श्रीलंका, ओमान, थाईलैंड, बांग्लादेश, ब्राज़ील, बेल्जियम, इटली और तंजानिया शामिल हैं।

एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक, “इन 24 देशों को कुल 129.3 अरब डॉलर का निर्यात हुआ, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में वृद्धि दर्शाता है। यह भारत के कुल निर्यात का लगभग 59% हिस्सा है।”

आयात ज़्यादा बढ़ा, व्यापार घाटा बढ़ा
अप्रैल से सितंबर के बीच भारत का कुल निर्यात 3.02% बढ़कर 220.12 अरब डॉलर तक पहुंचा, जबकि आयात में 4.53% की बढ़ोतरी के साथ यह 375.11 अरब डॉलर तक पहुंच गया। इससे व्यापार घाटा बढ़कर 145.99 अरब डॉलर हो गया है।

हालांकि वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, इस अवधि में 16 देशों को भारतीय निर्यात में गिरावट आई है। ये वे देश हैं जिनका भारत के कुल निर्यात में 27% हिस्सा है। भारत ने इन देशों को 60.3 अरब डॉलर का माल बेचा है।

नए बाज़ारों की तलाश
एक एक्सपोर्टर ने बताया, “अमेरिका में भारतीय उत्पादों पर 50% टैरिफ के कारण अमेरिकी बाजार में भारत का निर्यात प्रभावित हुआ है। इससे निपटने के लिए भारतीय निर्यातक अब अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और मध्य पूर्व जैसे क्षेत्रों पर ध्यान दे रहे हैं।” उन्होंने उम्मीद जताई कि “आने वाले महीनों में यह रुझान जारी रहेगा।”

आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में अमेरिकी टैरिफ़ बढ़ोतरी के बाद अमेरिका को भारतीय निर्यात में 11.93% की गिरावट आई, जो अब 46.5 अरब डॉलर रह गया है। हालांकि अप्रैल से सितंबर के बीच अमेरिका को भारतीय निर्यात में कुल 13.37% की वृद्धि हुई और यह 82.45 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जबकि इस अवधि में भारत ने अमेरिका से 9% अधिक आयात किया, जिसकी कुल कीमत 25.6 अरब डॉलर रही।

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