देश में बेरोजगारी सबसे ज्वलंत मुद्दा है: खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा सरकार की सरकार की। खड़गे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ”देश में बेरोजगारी सबसे ज्वलंत मुद्दा है। 15-29 आयु वर्ग के लोगों में बेरोजगारी दर 10 प्रतिशत है (पीएलएफएस: जुलाई 2022-जून 2023). ग्रामीण भारत में 8.3 प्रतिशत और शहरी भारत में 13.8 प्रतिशत है।
खड़गे ने कहा, “देश के युवा पूछ रहे हैं कि हर साल दो करोड़ नौकरियां कहां गईं, भर्ती परीक्षा से नौकरी पाने तक का सफर इतना जटिल क्यों हो गया और एमएसएमई सेक्टर को क्यों बर्बाद कर दिया गया? करोड़ों युवाओं की नौकरियां, उनका भविष्य छीन लिया गया, क्यों?” उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर सरकार की आलोचना करती रही है। कांग्रेस बेरोजगारी के अलावा महंगाई के मुद्दे पर भी सरकार पर निशाना साधती रही है।
पीएम मोदी ने चुनाव में बेरोजगारी और महंगाई को लेकर जो वादे किए थे उसको लेकर कांग्रेस केंद्र सरकार से सवाल पूछती रही है। हाल के चुनाव में भी कांग्रेस ने इन्हें जोर शोर से उठाया था। हालांकि बीजेपी इन मुद्दों पर चर्चा करने के बजाए मंदिर और मस्जिद की राजनीति में ज्यादा दिलचस्पी रही।
इससे पहले उन्होंने शुक्रवार को भी सरकार पर हमला करते हुए कहा, ‘मोदी जी और अमित शाह जी ने देश के लोकतंत्र और संविधान को खत्म करने का बीड़ा उठाया है.ये आजादी हमें महात्मा गांधी जी, जवाहर लाल नेहरू जी और डॉ. अंबेडकर जी ने दी है। विपक्षी सांसदों को आपने सदन से बाहर निकाल दिया और सारे कानूनों को बिना किसी विरोध के पास कर लिया। ये लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
खड़गे ने कहा, ‘हमें सदन में नोटिस तक नहीं पढ़ने दिया जाता, तो क्या मैं ये कहूं कि मोदी सरकार दलित को बोलने भी नहीं देती ! संविधान में हमें बोलने की आजादी मिली है। ये आजादी हमें महात्मा गांधी जी, जवाहर लाल नेहरू जी और डॉ. अंबेडकर जी ने दी है। विपक्षी सांसदों को आपने सदन से बाहर निकाल दिया और सारे कानूनों को बिना किसी विरोध के पास कर लिया। ये लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।