कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली CISF जवान कुलविंदर कौर की रिहाई के समर्थन में हज़ारों किसानों का प्रदर्शन
चंडीगढ़: एयरपोर्ट पर बॉलीवुड अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली सीआईएसएफ जवान कुलविंदर कौर को लेकर समाज दो पक्षों में बंट गया है। एक पक्ष थप्पड़ कांड को लेकर कुलविंदर की आलोचना कर रहा है, वहीं एक बड़ा वर्ग उसके समर्थन में उठ खड़ा हुआ है।
हजारों किसानों ने सीआईएसएफ से निलंबित कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर के समर्थन में चंडीगढ़ के पास मोहाली में एसएसपी दफ्तर पर रविवार को प्रदर्शन किया। कुलविंदर पर आरोप है कि उन्होंने चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर भाजपा सांसद और एक्ट्रेस कंगना रानौत को थप्पड़ मारा। कुलविंदर को सीआईएसएफ ने फौरन निलंबित कर दिया। हालांकि इस मामले में कुलविंदर का अपना पक्ष है, लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है।
किसान मजदूर संघर्ष समिति, बीकेयू दोआबा, गन्ना संघर्ष समिति, बीकेयू आजाद, दोआबा किसान समिति आजाद सहित अन्य के सैकड़ों यूनियन सदस्य जब रविवार को प्रदर्शन करने निकले तो कुलविंदर का परिवार उनके साथ था। जिनमें कुलविंदर के माता-पिता के अलावा भाई शेर सिंह प्रमुख हैं।
कुलविंदर कौर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया है। उसकी रिहाई को लेकर बड़ी संख्या में किसान मोहाली स्थित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऑफिस पहुंचे। कुछ लोग उसे वीरांगना कह रहे हैं तो कई उसे बहादुर लड़की कह कर पुकार रहा है। इसके अलावा पंजाब में कुछ स्थानों पर लोग कुलविंदर के पक्ष में लड्डू बांटते नजर आए।
कंगना के साथ हुई कथित घटना को कोई भी सही नहीं ठहरा रहा है लेकिन कंगना के बयान पर लोग आपत्ति जता रहे हैं और इसी वजह से कुलविंदर के लिए समर्थन भी बढ़ रहा है। इस घटना के बाद कंगना ने कहा था कि पंजाब में आतंकवाद बढ़ रहा है। इससे पहले भी कंगना ने पंजाब के किसानों को आतंकवादी-खालिस्तानी कहा था और प्रदर्शनकारी महिलाओं को सौ-सौ रुपये लेकर प्रदर्शन करने वाली कहा था।
मोहाली की सड़कों पर हजारों की संख्या में किसान संगठनों ने इंसाफ मार्च निकाला. इस मार्च में भारतीय किसान नौजवान यूनियन, संयुक्ति किसान मोर्चा और किसान मजदूर संघर्ष समिति सहित कई सगंठन शामिल हुए। किसानों ने इसे इंसाफ मार्च नाम दिया है। किसानों के इस मार्च को देखते हुए मोहाली में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए।
कंगना को थप्पड़ मारने की घटना 6 जून को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर हुई थी। कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने आरोप लगाया था कि कंगना ने किसान आंदोलन में भाग लेने वालों के ख़िलाफ़ अनाप-शनाप बोला था। एक वीडियो में कॉन्स्टेबल को यह कहते सुना गया कि कंगना ने किसान आंदोलन में भाग लेने वाली महिलाओं को 100-100 रुपये लेने का आरोप लगाया था और उसमें ‘मेरी माँ भी शामिल थी’। इसी को लेकर किसान नेता भी कॉन्स्टेबल के समर्थन में आ गए हैं। राकेश टिकैत ने कहा है, ‘हम सब उस परिवार और बेटी के साथ हैं।’
प्रदर्शनकारी किसान कुलविंदर कौर के खिलाफ दर्ज केस को वापस करने और उसे रिहा करने की मांग कर रहे थे। वे उल्टा कंगना रनौत के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग कर रहे थे। किसानों ने पंजाब के मुख्यमंत्री के नाम मोहाली की आयुक्त आशिका जैन को एक ज्ञापन भी सौंपा। इनमें से कुछ लोग धरने पर भी बैठ गए. किसान संगठनों के सीआईएसएफ कांस्टेबल को सम्मानित करने का भी ऐलान किया है।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा- “हमारा मानना है कि किसी भी सांसद या अभिनेता को दूसरों की माताओं और बहनों के बारे में बुरा बोलने का अधिकार नहीं है। पंजाब सरकार को कंगना रानौत की हरकतों पर संज्ञान लेना चाहिए और उनके खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए। इस न्याय मार्च में बड़ी संख्या में लोग शामिल हैं, उन लोगों के खिलाफ जो पंजाबियों और किसान आंदोलन के लिए नफरत की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।”