नहीं चाहिए देश को ऐसी मौन महिला मंत्री जो नाबालिग़ बेटियों के बलात्कार पर भी मौन रहें: अल्का लांबा
शायद ही भारत देश से अधिक महिला के सम्मान और उनके सशक्तिकरण की बात किसी और देश में होती हो, लेकिन सच्चाई यह भी है कि भारत में बलात्कार की दर्दनाक घटनाओं का भी हर जगह से आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
ऐसे में हर सभ्य व्यक्ति के मन में सवाल उठता है कि आख़िर बलात्कार के केस पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार कोई ठोस क़ानून क्यों नहीं बनाती, कब तक देश के बेटियां और महिलाएं अपमानित होती रहेंगी? कब तक कोर्ट में इंसाफ़ के नाम पर तारीख़ मिलती रहेगी? कब तक महिलाएं ऐसे दरिंदों के डर से जीती रहेंगी? सवाल बहुत हैं पर सरकार के पास जवाब एक भी नहीं।
लगातार हर समाज के लोग आवाज़ उठा रहे हैं लेकिन ऐसे दरिंदों पर अब तक कोई लगाम नहीं लग पाई है, महिला आयोग तो जैसे देश से ख़त्म ही हो गया, न कोई आवाज़ न कोई प्रदर्शन मानो जैसे यह डिपार्टमेंट ही ख़त्म हो गया।
हाल ही में दिल्ली में रहने वाली देश की दलित बेटी के साथ हैवानियत की घटना ने एक बार फिर देश की जनता को झकझोर दिया है, दिल्ली में आम आदमी की सरकार है लेकिन उनका रवैया भी इस मामले में लेकर ठीक नहीं दिखाई दे रहा तभी कल कांग्रेस पार्टी की नेता अल्का लांबा ने ट्वीट करते हुए कहा था कि क्या कारण है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब तक ख़ामोश हैं, अपने ही राज्य में हुए एक नाबालिग़ बेटी के बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर उसका शव जला दिया जाता है और ख़ुद को दिल्ली का मालिक बताने वाला पीड़िता के परिवार का दर्द बांटने की बात तो दूर संवेदना में एक ट्वीट तक नहीं करता।
वहीं आज अल्का लांबा ने ट्वीट कर उन महिला मंत्रियों की आलोचना की जो सत्ताधारी हो कर भी मुँह पर ताला लगाए हुए हैं, अल्का लांबा ने कहा देश को ऐसी मौन महिला मंत्री नहीं चाहिए जो देश की नाबालिग़ बेटियों के बलात्कार पर भी मौन रहें।
नही चाहियें देश को ऐसी "मौन महिला मंत्री" …
जो नाबालिग बेटियों के बलात्कार पर भी मौन रहें
#Shame on all of them.#JusticeForDelhiCanttGirl #Delhi https://t.co/fE0Y704tzc— Alka Lamba (@LambaAlka) August 3, 2021