इज़रायल में नेतन्याहू के ख़िलाफ़ ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन, वहीं इंडोनेशिया में फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में रैली
इंडोनेशिया के उत्तरी सुमात्रा के सबसे बड़े शहर और राजधानी में एक हजार से अधिक लोगों ने फिलिस्तीन के समर्थन में रैली निकाली। ग़ाज़ा में युद्ध की शुरुआत के बाद से पूरे इंडोनेशिया में फिलिस्तीनियों के समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं। इंडोनेशिया, जहां की जनता की भावना फ़िलिस्तीनियों के साथ है, दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला मुस्लिम देश है। विरोध प्रदर्शनों के अलावा, मैक्डोनाल्ड्स और स्टारबक्स सहित इज़राइल से जुड़े उत्पादों के राष्ट्रव्यापी बहिष्कार की भी घोषणा की गई है।
रैली को एक अंतरधार्मिक कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया गया था जिसमें इंडोनेशिया के 6 आधिकारिक धर्मों के प्रतिनिधियों के रूप में मुस्लिम, प्रोटेस्टेंट, कैथोलिक, हिंदू, बौद्ध और अन्य वक्ताओं को आमंत्रित किया गया था। बता दें कि, इंडोनेशिया के इज़रायल के साथ औपचारिक राजनयिक संबंध नहीं हैं।
इंडोनेशिया में जहां फ़िलीस्तीन के समर्थन में रैली निकाली जा रही ही वहीं फिलिस्तीनी कब्जे वाले क्षेत्रों में लाखों यहूदियों ने इज़रायली प्रधान मंत्री नेतन्याहू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। विवरण के अनुसार, तेल अवीव और हाइफ़ा में प्रदर्शनों में भाग लेने वालों ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए इज़रायली नागरिकों की रिहाई और प्रधान मंत्री नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग की।
सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू की कैबिनेट के खिलाफ नारे लिखी तख्तियां ले रखी थीं। तख्तियों पर ‘खूनी कैबिनेट इस्तीफा दो’ जैसे नारे भी लिखे हुए थे। इस बीच, इज़रायली चैनल 13 ने कहा है कि एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, 72 प्रतिशत इज़रायली नागरिक प्रधान मंत्री नेतन्याहू के इस्तीफे के पक्ष में हैं। उनमें से 31 प्रतिशत उनका तत्काल इस्तीफा चाहते हैं। ग़ाज़ा युद्ध के बाद शेष नागरिक नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।