सीरिया में आईआरजीसी सलाहकारों में से एक सैय्यद रज़ी, इज़रायली हमले में शहीद
ज़ैनबियाह पर इज़रायली हमले में सैय्यद रज़ी शहीद हो गए। वह आईआरजीसी के वरिष्ठ सलाहकारों में से एक थे। वह दमिश्क के उपनगरीय इलाके में ज़ैनबियाह क्षेत्र पर इज़रायली सेना के हमले में कुछ घंटे पहले शहीद हो गए। वह आईआरजीसी के मुख्य सदस्य थे और काफ़ी समय से सीरिया में आईआरजीसी के विशेष मिशन पर थे। उनका पूरा नाम सैयद रज़ी मूसवी था और उन्हें सैयद रज़ी के नाम से जाना जाता था।
सैय्यद रज़ी सीरिया में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के सबसे पुराने सलाहकारों में से एक थे और शहीद जनरल कासिम सुलेमानी के साथियों में से एक थे। सैय्यद रज़ी मूसवी को प्रतिरोध आंदोलन के केंद्रीय सलाहकारों में से एक के रूप में जाना जाता है।सैयद रज़ी 1987 से इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के उच्च पदस्थ सलाहकारों में से एक के रूप में सीरिया और लेबनान में प्रतिरोध आंदोलन की सेवा कर रहे थे।
इज़रायल ने ईरान की रेड लाइन पर कर दी है
अब देखना होगा कि सीरिया के ज़ैनबियाह क्षेत्र में इज़रायली शासन के लड़ाकों द्वारा इस महत्वपूर्ण ईरानी कमांडर की शहादत से इज़रायल के विरुद्ध छेड़े गए मोर्चे में क्या महत्वपूर्ण परिवर्तन होंगे। आईआरजीसी ने सीरिया में आईआरजीसी के पुराने सैन्य सलाहकारों में से एक सैयद रज़ी मूसवी की शहादत की घोषणा की। साथ ही आईआरजीसी ने कहा है कि, इज़रायल ने ईरान की रेड लाइन पार कर दी है।
आईआरजीसी की घोषणा इस प्रकार है:
ईरानी लोगों को इस बात से अवगत कराया जाता है कि कुछ घंटे पहले, दमिश्क पर मासूम और बेगुनाह बच्चों की हत्या करने वाले इज़रायली शासन के आपराधिक मिसाइल हमले के दौरान, सीरिया में आईआरजीसी के वरिष्ठ सैन्य सलाहकारों में से एक, ब्रिगेडियर-जनरल सैयद रज़ी मूसवी शहीद हो गए।
शहीद मूसवी शहीद जनरल कासिम सुलेमानी के साथियों में से एक थे और सीरिया में आईएसआईएस और इज़रायल के विरुद्ध लड़ने वाले मोर्चे का नेतृत्व कर रहे थे। आईआरजीसी ने इस बात पर जोर दिया गया है कि शहीद मूसवी की हत्या करने वाले इज़रायली शासन को इस अपराध की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। जैसा कि पहले भी देखा जा चुका है कि ईरान ने अपने टॉप कमांडर शहीद जनरल सुलैमानी की हत्या के बाद इराक़ में अमेरिकी एयरबेस पर मिसाइल हमला कर दिया था।