कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को तमिलनाडु के तूतूकुड़ी में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि पिछले छह वर्षों के दौरान संस्थानों पर एक सुनयोजित हमला हुआ है और भारत में लोकतंत्र मर चुका है।
6 अप्रैल को होने वाले राज्य के विधानसभा चुनावों से पहले आज अपने तीन दिवसीय तमिलनाडु दौरे की शुरुआत करने वाले गांधी ने कहा, “भारत में लोकसभा, विधानसभा, पंचायत, न्यायपालिका और एक स्वतंत्र प्रेस है। ये संस्थाएँ मिलकर राष्ट्र का निर्माण करती हैं। पिछले छह वर्षों में, हमने इन सभी संस्थानों पर प्लानिंग के साथ एक हमला देखा गया है।
भारतीय न्यूज़ एजेंसी के अनुसार राहुल गाँधी ने कहा: लोकतंत्र अचानक नहीं मरता है यह धीरे-धीरे मर जाता है। मुझे आपको यह बताते हुए दुख हो रहा है कि भारत में लोकतंत्र मर चुका है। क्योंकि एक संगठन, आरएसएस ने हमारे देश के लोकतंत्र को नष्ट करने के लिए पैसे खर्च कर रही है उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की हत्या “देशद्रोह कानून के दुरुपयोग और लोगों को हत्या और धमकी” के माध्यम से एकदम साफ नज़र आती है।
संस्थाओं के बीच संतुलन बिगड़ता है तो राष्ट्र अशांत होता है। पिछले 6 सालों से सभी संस्थाओं पर व्यवस्थित तरीके से हमला किया जा रहा है। दुख है कि भारत में लोकतंत्र मर गया है क्योकि एक संस्था RSS हमारे देश के संस्थागत संतुलन को बिगाड़ और बर्बाद कर रही है: कांग्रेस नेता राहुल गांधी https://t.co/LIuWFpQE3d pic.twitter.com/nkoYi8Zc9z
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 27, 2021
इस मौके पर उन्होंने पीएम मोदी पर भी कटाक्ष किया. राहुल ने कहा कि सवाल ये नहीं है कि प्रधानमंत्री उपयोगी हैं या बेकार है. सवाल ये है कि वह किसके लिए उपयोगी हैं.
बकौल गांधी, प्रधानमंत्री सिर्फ दो लोगों के लिए उपयोगी हैं, और वो हैं ‘हम दो हमारे दो’, जोकि उनका इस्तेमाल अपनी दौलत बढ़ाने के लिए कर रहे हैं, जबकि गरीबों के लिए पीएम मोदी बेकार हैं. गौर हो कि राहुल गांधी का इशारा अंबानी और अडानी की तरफ है.
राहुल गांधी ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता ही हमारी संस्कृति और इतिहास की बुनियाद है. लेकिन पिछले 6 साल से इस देश में धर्मनिरपेक्षता पर हमला बोला जा रहा है. और इसका नेतृत्व RSS और बीजेपी के हाथ में है. वायनाड से कांग्रेस के सांसद ने कहा कि यह सिर्फ संविधान पर हमला नहीं है बल्कि इतिहास और संस्कृति पर भी हमला है. इसे रोकना बहुत जरुरी है. और हमने ठान रखा है कि हम हमें अपने इतिहास और सस्कृति को बचाना है