पीएम मोदी ने नोटबंदी के बाद 50 दिन मांगे थे, आज सात साल हो गए: खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी जी ने नोटबंदी के बाद 50 दिन मांगे थे, आज 7 साल हो गए। मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि वे तो चौराहे पर नहीं मिले लेकिन मुल्क को जरूर चौराहे पर खड़ा कर दिया।
एक तरफ अमीर, अरबपति और अमीर हो गए हैं, वहीं दूसरी तरफ गरीब और गरीब होते जा रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा कि आज उन 150 लोगों को श्रद्धांजलि देने का अवसर है जिन्होंने नोटबंदी की कठिनाइयों को सहन किया!
बता दें कि नोटबंदी के बाद नकली नोट और बढ़े हैं, केवल पिछले साल 500 के नकली नोटों में 14% की बढ़ोतरी हुई है, और 2000 के नोटों के लिए भी नोटबंदी लागू करनी पड़ी। (RBI) मोदी सरकार कालेधन पर लगाम लगाने में नाकाम हो रही है। मोदी सरकार की नोटबंदी आम नागरिकों के जीवन में एक गहरे घाव की तरह है जिसे वे आज तक भर रहे हैं।
पांच राज्यों के चुनावों की सरगर्मी के बीच आयी नोटबंदी की सातवीं सालगिह पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इसे देश की अर्थव्यवस्था पर सबसे बड़ा हमला करार दिया। पार्टी के दो शीर्षस्थ नेताओं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी आम भारतीयों के रोजी-रोजगार-कारोबार पर हमले के साथ सत्ता के करीबी पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने की सोची-समझी साजिश थी।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सात साल पहले आठ नवंबर 2016 की पीएम की घोषणा को आपदा बताते हुए कहा कि देश इसके लिए प्रधानमंत्री को माफ नहीं करेगा। खरगे ने कहा कि पिछले साल ही जाली नोटों की संख्या में 14 फीसद की बढ़ोतरी हुई और 2000 के नोटों पर भी नोटबंदी लागू करनी पड़ी।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी ने एक ही झटके में लाखों छोटे व्यवसाय ठप कर दिए। करोड़ों लोगों ने अपनी नौकरियां गंवाई। हमारी गृह लक्ष्मी महिलाओं ने पायी-पायी जोड़कर जो बचत जुटाई थी, वो खत्म हो गई। कालेधन और नोटबंदी से जाली नोट खत्म करने के सरकार की दलीलों को नाकाम बताते हुए खरगे ने कहा कि इसके उलट जाली नोटों की संख्या पहले से ज्यादा हो गई है।