महाराष्ट्र की जनता मौजूदा सरकार से निराश है: शरद पवार
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का अभियान जोर-शोर से जारी है, और सभी राजनीतिक पार्टियां खुद को बेहतर साबित करने के लिए कोशिशें कर रही हैं। इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने अपने सहयोगी महाविकास अघाड़ी की सफलता पर दृढ़ विश्वास जताया है। उनका कहना है कि जनता मौजूदा सरकार से निराश है और इस बार बदलाव की इच्छा रखती है।
शरद पवार ने यह बयान नागपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिया। इस अवसर पर उन्होंने महाविकास अघाड़ी की विशेषताओं और विरोधियों की कमजोरियों पर चर्चा की। पवार ने कहा कि हमारा चुनावी अभियान बेहतरीन तरीके से चल रहा है, और कांग्रेस व शिवसेना (यूबीटी) जैसी सहयोगी पार्टियां भी प्रभावी ढंग से अभियान चला रही हैं। उन्होंने कहा कि जनता मौजूदा सरकार के प्रदर्शन से निराश हो चुकी है और बदलाव चाहती है।
शरद पवार ने आगे कहा कि वह जनता से सीधे संवाद में विश्वास रखते हैं और इसी कारण से वे नागपुर से हिंगनघाट जाएंगे ताकि वहां लोगों से बातचीत कर सकें। उन्होंने कहा कि वे 18 तारीख तक लगातार चुनावी अभियान जारी रखेंगे और जनता को अपनी नीतियों से अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा कि सहयोगी पार्टियां चुनाव में जोश और उत्साह के साथ मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने राज्य में जारी आरक्षण और जाति आधारित जनगणना के महत्व पर भी प्रकाश डाला। पवार ने कहा कि वे तीन साल से इस जनगणना की मांग कर रहे हैं ताकि राज्य की वर्तमान स्थिति को समझा जा सके। जब उनसे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि “सत्तारूढ़ पार्टियों का दृष्टिकोण सांप्रदायिक है। वे तो पहले ही सांप्रदायिक हैं, लेकिन अब उन्होंने जो यह नारा दिया है कि ‘बटेंगे तो कटेंगे,’ इससे उनकी सांप्रदायिकता पर मुहर लग गई है।”
अनुभवी नेता ने कहा, “चुनाव आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन दो धर्मों और दो जातियों के बीच कोई कटुता, कोई तनाव नहीं पैदा होना चाहिए। लेकिन इसका जरा भी एहसास बीजेपी या उसकी सहयोगी पार्टियों को नहीं है।” उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा और 23 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे।