राजस्थान में अभी भाजपा उम्मीदवारों का पैनल तैयार नहीं
राजस्थान में बीजेपी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुकाबले कोई नेता पैदा नहीं कर पाई है। इस मामले में वसुंधरा राजे खुलेआम बगावती तेवर दिखा रही हैं, जिससे बीजेपी के लिए मुश्किलें और बढ़ गई हैं। फिलहाल जानकारी तो यही है कि चुनाव सिर पर है, लेकिन पार्टी की तैयारी नहीं है। यहां तक कि उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग के लिए पैनल भी तैयार नहीं किया गया है, जिस पर पिछले दिनों अमित शाह और जेपी नड्डा ने नाराजगी जताई थी।
अब खबरें हैं कि इन दोनों नेताओं ने राजस्थान बीजेपी के सभी अहम नेताओं को दिल्ली तलब किया है। जिन नेताओं को दिल्ली आमंत्रित किया गया है उनमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, विधानसभा में विपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सहित कुछ और अन्य नेता शामिल हैं। इनमें से कुछ नेता दिल्ली में ही मौजूद हैं जबकि बाकी नेता रविवार सुबह राजधानी पहुंचेंगे। एक ही दिन में कई बैठकें निर्धारित की गई हैं।
पार्टी के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक अमित शाह और जेपी नड्डा ने 28 सितंबर को अपने दौरे के दौरान राजस्थान बीजेपी की हालत अपनी आंखों से देखी थी।अमित शाह ने उम्मीदवारों की जांच के लिए पैनल तैयार नहीं होने पर राज्य इकाई के खिलाफ खुलेआम नाराजगी व्यक्त की थी और बैठक से बाहर चले गए थे। इसीलिए अब दिल्ली में बैठक बुलाई गई है।
बताया जा रहा है कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व विभिन्न रणनीतियों को लेकर पहले प्रदेश नेतृत्व के साथ बैठक करेगा। इसके बाद पार्टी की चुनाव समिति की बैठक में टिकट बंटवारे को लेकर चर्चा होगी। संभावना है कि इस बैठक में किसे टिकट दिया जाएगा इसका फैसला हो जाएगा। इसलिए राजस्थान चुनाव के लिहाज से यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है।
बताया जा रहा है कि उम्मीदवारों की पहली सूची उन सीटों पर जारी की जाएगी जिन पर सभी नेताओं की सहमति होगी। इस काम में एक सप्ताह का समय लग सकता है। याद रहे कि बीजेपी ने एमपी में 2 और छत्तीसगढ़ में एक लिस्ट जारी की है, जबकि राजस्थान के मामले में काफी देरी हो चुकी है।
दूसरी ओर, राजस्थान बीजेपी के सभी बड़े नेता अपने-अपने समर्थकों के लिए टिकट मांग रहे हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का है। उन्होंने अपने समर्थकों के लिए टिकट की मांग की है पार्टी उनके समर्थकों टिकट नहीं तो वह बग़ावत भी सकती हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान में वसुंधरा ही बीजेपी का एकमात्र सार्वजनिक चेहरा हैं। अशोक गहलोत के मुकाबले बीजेपी के पास एक ही नेता है जो उन्हें चुनौती दे सकता है लेकिन पार्टी आलाकमान उनके बगावती तेवरों को बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है।