यूपी में ओवैसी का 25 सीटों पर AIMIM उम्मीदवार उतारने का प्लान

यूपी में ओवैसी का 25 सीटों पर AIMIM उम्मीदवार उतारने का प्लान

असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने मुस्लिम वोटों में सेंधमारी करने का बड़ा प्लान बनाया है। सूत्रों के अनुसार यूपी में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन, 25 सीटों पर अपने कैंडिडेट्स उतारने की प्लानिंग कर रही है। अगर ऐसा होता है तो इसका सीधा फ़ायदा भारतीय जनता पार्टी को पहुंच सकता है और यूपी में उसकी पोज़ीशन और मज़बूत हो सकती है, क्योंकि ओवैसी की पार्टी के लड़ने की सूरत में मुस्लिम मतों का विभाजन हो सकता है।

ओवैसी की पार्टी ने लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव से समझौते की इच्छा जताते हुए पांच सीटों की डिमांड कर दी है। अखिलेश यादव को यह धमकी भी दी गई है कि अगर उन्होंने एमआईएम से समझौता कर उसे पांच सीटें नहीं दी तो असदुद्दीन ओवैसी यूपी में न सिर्फ खुद किसी सीट से चुनाव लडेंगे, बल्कि मुस्लिम बाहुल्य पचीस दूसरी सीटों पर अपने उम्मीदवार भी उतारेंगे। ऐसे में मुस्लिम वोटों का बंटवारा होने की पूरी जिम्मेदारी अखिलेश यादव की होगी।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गरमाई हुई है। उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा लोकसभा सीट है। यहां लोकसभा की कुल 80 सीट है। उत्तर प्रदेश में जातीय समीकरण सेट करना भी आवश्यक है। विपक्षी गठबंधन, I.N.D.I.A. को एक पाले में लाने की कोशिश में अखिलेश यादव और राहुल गांधी लगे हुए हैं। विपक्ष का वोट कई टुकड़ों में न बंटे, इसके लिए छोटे दलों को जोड़ने की कोशिश हो रही है।

इसको लेकर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में आकार दिया गया। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच 80 लोकसभा सीटों पर समझौता हुआ। इसमें 17 सीट कांग्रेस और 63 सीट समाजवादी पार्टी को मिली है। हालांकि, अब एआईएमआईएम की ओर से बड़ा बयान सामने आया है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए 5 सीटें मांगी हैं। एआईएमआईएम ने नगीना, आजमगढ़, मुरादाबाद, संभल और आंवला लोकसभा सीटों पर गठबंधन के तहत दावेदारी कर दी है।

दावा यह भी किया जा रहा है कि ओवैसी ने हैदराबाद के साथ ही यूपी से भी चुनाव लड़ने वाली सीट भी तय कर ली है। हालांकि इस सीट का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। यूपी में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को भाजपा के सामने ताकतवर बनाने के लिए हर प्रकार की कोशिश की जा रही है। अखिलेश यादव तमाम वैसे चेहरों को साथ लाने की कोशिश में हैं, जो अपने दम पर वोट काटने की ताकत रखते हैं।

यूपी चुनाव 2022 के दौरान एआईएमआईएम ने अखिलेश यादव के माय (मुस्लिम + यादव) समीकरण को गहरी चोट दी थी। करीब दर्जन भर विधानसभा सीटों पर पार्टी ने समाजवादी पार्टी की हार तय कर दी। इस प्रकार के वोट को एकजुट करने की कोशिश हो रही है। हालांकि, असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी महत्वाकांक्षा जाहिर कर दी है। इससे पहले राष्ट्रीय लोक दल विपक्षी गठबंधन का साथ छोड़ चुकी है। वहीं, राज्यसभा चुनाव में सपा को बड़ा झटका लगा है।

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