हरियाणा चुनाव के लिए आप-कांग्रेस गठबंधन पर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं: सूत्र
हरियाणा: विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इस मामले में आप के सूत्रों का कहना है कि दोनों पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे और गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है, लेकिन कोई पक्का फैसला नहीं हो पाया है। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर है, जिससे पहले दोनों पार्टियों को किसी निर्णय पर पहुंचना होगा।
रविवार को आप के एक सूत्र ने जानकारी दी कि बातचीत जारी है, लेकिन अंतिम रूप से कोई सहमति नहीं बनी है। सूत्र के अनुसार, आप 10 सीटों की मांग कर रही है, जबकि कांग्रेस केवल सात सीटें देने को तैयार है। इस मुद्दे पर अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है।
आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस और आप दोनों दल मिलकर हरियाणा के लोगों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों दलों ने अपनी व्यक्तिगत इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं को किनारे रखकर चुनाव के मद्देनज़र संयुक्त रूप से आगे बढ़ने का प्रयास किया है।
हालांकि, चड्ढा ने स्पष्ट किया कि अगर कोई ऐसा समझौता नहीं बनता जिससे जीत की स्थिति बने, तो आप गठबंधन में शामिल नहीं होगी। उन्होंने कहा कि बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है और उम्मीद जताई कि इसका अच्छा परिणाम निकलेगा।
चुनावी रणनीति को लेकर बात करते हुए चड्ढा ने कहा, “बातचीत सकारात्मक माहौल में हो रही है। हम दोनों दलों की इच्छाओं और उम्मीदवारों की महत्वाकांक्षाओं को एक तरफ रखकर हरियाणा के लोगों के हित में गठबंधन पर काम कर रहे हैं। हालांकि, सीटों के बंटवारे के बारे में कोई विस्तार से जानकारी साझा नहीं की जा सकती।” उन्होंने यह भी कहा कि दोनों पार्टियों के बीच अच्छे परिणाम की उम्मीद है और नामांकन की अंतिम तिथि से पहले फैसला लिया जाएगा।
आप सूत्रों के अनुसार, अगर गठबंधन सफल नहीं होता, तो आप सभी 90 सीटों पर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। पार्टी के हरियाणा प्रमुख सुशील गुप्ता ने भी हाल ही में कहा था कि आप राज्य की सभी सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ेगी, चाहे गठबंधन हो या न हो।
इससे पहले, कांग्रेस और आप, जो राष्ट्रीय स्तर पर “इंडिया” गठबंधन का हिस्सा हैं, ने दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे को लेकर एक समझौता किया था। हरियाणा में आप की स्थिति पर बात करें तो, लोकसभा चुनाव में पार्टी के एकमात्र उम्मीदवार सुशील गुप्ता थे, जिन्हें बीजेपी के नवीन जिंदल के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
हालांकि, इस बार पार्टी विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत के साथ उतरने का मन बना रही है। फिलहाल, हरियाणा के चुनावी समीकरण में आप-कांग्रेस गठबंधन को लेकर सस्पेंस बना हुआ है और दोनों पार्टियों के बीच चल रही बातचीत के परिणाम पर सभी की नजरें टिकी हैं।