मुसलमानों से बार-बार देशभक्ति साबित करने के लिए कहा जाता है: ओवैसी
लोकसभा में आज राम मंदिर निर्माण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है। इस दौरान AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ‘मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम की इज्जत करता हूं, मगर नाथूराम गोडसे से मेरी नस्लें नफरत करती रहेंगी।
मंदिर निर्माण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए एआईएमआईएम के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि देश के मुसलमानों से बार-बार अपनी देशभक्ति साबित करने के लिए कहा जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि क्या मैं बाबर, जिन्ना या औरंगजेब का प्रवक्ता हूं?
सदन में ओवैसी ने यह भी पूछा कि क्या मोदी सरकार सिर्फ एक समुदाय और एक धर्म की सेवा करती है? क्या 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह एक धर्म की दूसरे पर विजय थी? इस दौरान ओवैसी ने यह भी कहा कि वो भगवान राम का सम्मान करते हैं लेकिन नाथूराम गोडसे से नफरत करते हैं जिसने उस व्यक्ति की हत्या की जिसके अंतिम शब्द ‘हे राम’ थे।
अध्यक्ष ने ओवैसी के आरोप लगाने वाले वक्तव्य के जवाब में यह भी कहा कि आप (ओवैसी) विद्वान हैं। आप कानून के अच्छे ज्ञाता हैं। उन्होंने कहा कि एएसआई और सुप्रीम कोर्ट दोनों ने कहा कि वहां एक मंदिर था जिस पर मस्जिद बनाई गई थी। सदन में ओवैसी ने जैसे ही बाबर का जिक्र किया तो बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे सीट से तुरंत खड़े हो गए और उन्होंने कहा कि आसन को केवल ओवैसी से पूछना चाहिए कि क्या वह बाबर को आक्रमणकारी मानते हैं।
इस पर ओवैसी ने पलटवार कर पूछा, “आप (निशिकांत दुबे) पहले बताएं कि पुष्यमित्र शुंग को क्या मानते हैं। उनके पास मंदिरों को तोड़ने को एक सेना थी। मैं आजादी के इतने सालों के बाद यही बात दोहराता आ रहा हूं कि निशिकांत दुबे असदुद्दीन ओवैसी से बाबर के बारे में पूछते आ रहे हैं। ओवैसी ने यह भी कहा कि आप मुझसे गांधी, नेताजी, जलियांवाला बाग के बारे में पूछ सकते हैं लेकिन नहीं, आप केवल बाबर के बारे में ही पूछेंगे।